अनिकेत वर्मा: भोपाल के गलियारों से आईपीएल तक, एक “क्रिकेट के राजकुमार” की संघर्षगाथा
“जानें कैसे अनिकेत वर्मा ने माँ की कमी, आर्थिक संघर्ष और कोविड जैसी चुनौतियों को पार करते हुए SRH के साथ आईपीएल में किया डेब्यू। रणजी ट्रॉफी में 400 रन की ऐतिहासिक पारी से लेकर हेनरिक क्लासन के मेंटरशिप तक, पढ़ें यह प्रेरक कहानी।”
डेब्यू नाइट: पहली गेंद पर छक्का और चाचा के आँसू
“23 मार्च 2024 को जब अनिकेत वर्मा ने आईपीएल में पहली बार बल्लेबाजी की, तो उनके चाचा अमित की आँखों में आँसू थे। यह वही अमित थे, जिन्होंने भोपाल की गलियों में 13 किमी साइकिल चलाकर अनिकेत को कोचिंग दिलाई। अनिकेत ने RR के खिलाफ पहली ही गेंद पर छक्का जड़कर साबित किया: संघर्ष का हर पल इस पल के लिए था!”
शुरुआती संघर्ष: माँ का साया नहीं, पर चाचा का था साथ
व्यक्तिगत दुख: 6 महीने की उम्र में माँ को खोने के बाद, चाचा अमित ने संभाला बचपन।
आर्थिक मुश्किलें: कोचिंग फीस भरने के लिए अमित ने दोस्तों से कर्ज लिया, लेकिन अनिकेत का जुनून नहीं टूटा।
पहली पहचान: 10 साल की उम्र में अंकुर क्रिकेट अकादमी में दाखिला। कोच ज्योति प्रकाश त्यागी ने कहा, “यह बच्चा एक दिन 400 रन बनाएगा!” वो ऐतिहासिक 400 रन जिसने बदल दिया सबकुछ
2022 में चंबल के खिलाफ चार दिवसीय मैच में अनिकेत ने रचा इतिहास:
41 चौके + 16 छक्के: 400 रन की पारी ने साबित किया – यह सिर्फ “हार्ड-हिटर” नहीं, टेस्ट क्रिकेट का भी फ्यूचर स्टार है।
SRH का ट्रायल: 2023 की मध्य प्रदेश प्रीमियर लीग (MPPL) में 273 रन (6 मैच) और 25 छक्के मारने के बाद मिला मौका।
MPPL 2023 के आँकड़े:
32 गेंदों में शतक।
सर्वाधिक छक्के (25) और रन (273)।
आईपीएल 2024: सपनों का सच होना और नए लक्ष्य
डेब्यू मैच (SRH vs RR): 10 गेंदों शेष रहते मैदान में उतरे, पहली गेंद पर छक्का।
LSG के खिलाफ धमाल: 13 गेंदों में 36 रन (5 छक्के)।
सपना 2025: “मैं इस सीजन में सबसे ज़्यादा छक्के लगाना चाहता हूँ!” – अनिकेत सफलता के 3 मंत्र: कोच, क्लासन और सेल्फ-एनालिसिस
फेथ क्रिकेट क्लब: लॉकडाउन में अंतरराष्ट्रीय स्तर के मैदान पर अभ्यास ने दी ताकत।
हेनरिक क्लासन का मेंटरशिप: “उन्होंने सिखाया कैसे बिना बैलेंस खोए छक्के मारे जाते हैं।”
वीडियो एनालिसिस: हर प्रैक्टिस सेशन की रिकॉर्डिंग देखकर सुधारा गेम।
भविष्य का लक्ष्य: टीम इंडिया की जर्सी
2025 का टारगेट: आईपीएल में 30+ छक्के और राष्ट्रीय टीम में जगह।
चाचा का गर्व: “उसने कभी टीवी या गेम्स में समय नहीं गँवाया। क्रिकेट ही उसकी दुनिया है।”
नोट: अनिकेत वर्मा के बारे में और उनके इंटरव्यू, तथा और अधिक जानकारी के लिए क्रिकबज और ESPNcricinfo पर जाएँ
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