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RBI Repo Rate Cut के बाद भी शेयर बाज़ार में गिरावट

RBI Repo Rate Cut के बाद भी शेयर बाज़ार में गिरावट,

सेंसेक्स 554 Points गिर कर 73,673 पर पहुंचा , वहीं Nifty 22400 से निचे 179 अंक गिर गया

RBI Repo Rate Cut के बावजूद बाज़ार गिरा?

मुंबई : बुधवार के दिन RBI गवर्नर के द्वारा RBI Repo Rate में कटौती का एलान करने के बावजूद भारती शेयर बाजार में गिरावट जारी रही । RBI ने 25 बेसिस पॉइंट्स की कटौती करते हुए रेपो रेट 6% कर दिया, लेकिन फिर भी निवेशकों को राहत नहीं मिली। Sensex 554 Points गिर कर 73,673 पर बंद हुआ, वहीं Nifty 22400 से निचे 179 अंक गिर गया ।
RBI Repo Rate Cut के साथ ही पॉलिसी स्टांस को ‘अकोमोडेटिव’ से ‘न्यूट्रल’ कर दिया गया, जिससे निवेशकों में डर फैल गया कि आगे और कटौती नहीं होगी।

बाजार पर क्यों छाया संकट RBI Repo Rate Cut के बाद भी :

RBI Repo Rate Cut के बावजूद शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली। इसकी सबसे बड़ी वजह थी रिज़र्व बैंक का पॉलिसी स्टांस बदलना बना । पहले जहां RBI द्वारा ‘अकोमोडेटिव’ रुख अपनाया गया था, वहीं अब ‘न्यूट्रल’ स्टांस के संकेत दिए गए हैं। इसका मतलब है कि निकट भविष्य में ब्याज दरों में और कटौती की संभावना बेहद कम है।

इसके अलावा, वैश्विक बाजार में हो रहे घटनाक्रम भी बाजार पर भारी पड़े । कच्चे तेल की कीमतों में तेजी, अमेरिका के फेडरल रिज़र्व का सख्त रुख, और दुनिया भर से आ रहे कमज़ोर आर्थिक संकेत—इन सभी ने भारतीय निवेशकों का भरोसा डगमगाया। सिर्फ इतना ही नहीं, सेक्टोरल बिकवाली ने बाजार में गिरावट को और गहरा किया है । खासतौर पर रियल्टी, बैंकिंग और मेटल्स जैसे रेट-सेंसिटिव सेक्टर में ज़बरदस्त गिरावट आई, जिससे भारती प्रतिभूति बाजार में गिरावट का ट्रेंड और तेज़ हो गया।

भारती प्रतिभूति बाजार में गिरावट का सेक्टोरल असर :

Stock Market Crash के कारण शेयर बाजार में लगभग सभी सेक्टर्स दबाव में आ गए। सबसे ज़्यादा प्रभावित Realty, IT और Metals सेक्टर को लगी। Nifty Realty इंडेक्स 1.8% गिरा, क्योंकि RBI द्वारा ब्याज दर में कटौती के बावजूद रियल एस्टेट स्टॉक्स को कोई स्पष्ट फायदा नहीं मिल पाया।

वहीं, Nifty Metal इंडेक्स में 2% की गिरावट देखी गई, जिसका मुख्य कारण था वैश्विक मांग में कमजोरी और मंदी की आशंका। आईटी सेक्टर भी इससे अछूता नहीं रहा—Nifty IT 1.5% गिरा, जिसका मुख्य कारण अमेरिका में संभावित मंदी की चिंता से निवेशकों द्वारा आईटी स्टॉक्स में बिकवाली।

ऐसे कठिन माहौल में सिर्फ FMCG सेक्टर ही एकमात्र ऐसा क्षेत्र रहा, जो +1% की बढ़त के साथ ग्रीन में बंद हुआ। HUL, ITC और Nestle जैसे डिफेंसिव स्टॉक्स में सावधानीपूर्वक खरीदारी देखने को मिली, जिससे इस सेक्टर को थोड़ा सहारा मिला।

22400 के निचे निफ़्टी : क्या करे निवेशक ?

Nifty 22400 के निचे पहुंचने के बाद निवेशकों के सामने सबसे बड़ा सवाल यही है कि अब आगे क्या करे फिलहाल बाजार पर दोहरी मार पड़ रही है। एक तरफ, RBI का न्यूट्रल स्टांस यह साफ करता है कि अब आगे और रेपो रेट कटौती की उम्मीद कम है। दूसरी तरफ, वैश्विक अस्थिरता जैसे अमेरिका की सख्त मौद्रिक नीति, कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें, और मिडल ईस्ट में बढ़ता तनाव भारतीय बाजार को दबाव में ला रहे हैं।

इसके साथ ही, आने वाला समय और भी अहम हो सकता है क्योंकि Q4 शुरू हो रहा है। अगर कंपनियों के नतीजे उम्मीद से कमजोर आते हैं, तो बाज़ार में और गिरावट देखने को मिल सकती है। साथ ही, US Fed की ब्याज दर नीति, और वैश्विक सप्लाई चेन की चुनौतियां निवेशकों के मूड को और प्रभावित कर सकती हैं। ऐसे में यह समय सतर्कता और समझदारी से फैसले लेने का है।

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