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AIADMK और BJP गठबंधन: तमिलनाडु चुनाव में साथ मिलकर लड़ेंगे

AIADMK और BJP गठबंधन
AIADMK और BJP गठबंधन

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने चेन्नई में AIADMK और BJP गठबंधन घोषणा की :

चेन्नई : AIADMK और BJP गठबंधन ने तमिलनाडु विधानसभा चुनाव साथ लड़ने का फैसला किया, जिससे राजनीतिक समीकरण बदल सकते हैं।यह गठबंधन AIADMK प्रमुख एडप्पादी के. पलानीस्वामी के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगा, जिससे पार्टी को मजबूती मिलेगी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने चेन्नई की एक बड़ी रैली में यह ऐतिहासिक घोषणा मंच से सार्वजनिक रूप से की।

गठबंधन की मुख्य बातें :

  • AIADMK और BJP कई महीनों से लगातार बातचीत कर इस गठबंधन पर अंतिम निर्णय तक पहुंचे हैं।
  • पलानीस्वामी को दोनों दलों की तरफ से गठबंधन का मुख्य चेहरा और मुख्यमंत्री पद का दावेदार बनाया गया है।
  • अमित शाह ने कहा कि यह गठजोड़ राज्य को विकास की नई दिशा देने के उद्देश्य से आगे बढ़ाया गया है।
  • DMK के खिलाफ मिलकर लड़ने और भ्रष्टाचार को चुनावी मुद्दा बनाने की रणनीति बनाई जा रही है।

ऐतिहासिक पृष्ठभूमि: BJP और AIADMK के बीच राजनीतिक साझेदारी

AIADMK और BJP का राजनीतिक गठबंधन नया नहीं है, यह 1998 से राष्ट्रीय राजनीति में अहम भूमिका निभा चुका है।
तब अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे और जयललिता AIADMK की नेता के रूप में तमिलनाडु की मुख्यमंत्री थीं।
उस वक्त दोनों दलों ने मिलकर 39 में से 30 लोकसभा सीटें जीतकर एक ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी।

नरेंद्र मोदी के नेतृत्व :

2014 में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र की सत्ता में आने के बाद, AIADMK फिर NDA का हिस्सा बनी।
जयललिता के 2016 में निधन के बावजूद यह राजनीतिक रिश्ता बना रहा और 2021 में फिर से साथ चुनाव लड़ा गया।
उस चुनाव में भाजपा ने राज्य में 4 सीटें जीतकर AIADMK के साथ गठबंधन को जीवित रखा और आगे बढ़ाया।
हालांकि 2023 में BJP नेता अन्नामलाई के बयानों से नाराज़ होकर AIADMK ने यह गठबंधन अस्थायी रूप से तोड़ दिया था।
अब 2025 में अमित शाह और पलानीस्वामी की सफल बातचीत के बाद गठबंधन फिर से मजबूती से स्थापित हो चुका है।

नया अध्यक्ष और गठबंधन की रणनीति

BJP ने तमिलनाडु में संगठन को मजबूत करने के लिए पूर्व AIADMK नेता नैनार नागेंद्रन को नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया।
वे दक्षिणी तमिलनाडु के प्रभावशाली थेवर समुदाय से हैं, जिससे BJP को सामाजिक समर्थन बढ़ाने में मदद मिलेगी।
उनकी नियुक्ति से AIADMK के साथ भाजपा के रिश्ते बेहतर बनेंगे और चुनावी रणनीति को नया आधार मिलेगा।
नागेंद्रन के आने से BJP को राज्य में नेतृत्व स्थिरता और जमीनी जुड़ाव में उल्लेखनीय फायदा मिलने की संभावना है।

2026 चुनाव की तैयारी: मोदी-पलानीस्वामी नेतृत्व

अमित शाह ने कहा कि 2026 के विधानसभा चुनाव में गठबंधन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और EPS के नेतृत्व में लड़ा जाएगा।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि BJP, AIADMK के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करेगी, जिससे आपसी विश्वास बना रहेगा।
BJP यह सुनिश्चित करेगी कि गठबंधन में पारदर्शिता और समन्वय बना रहे ताकि किसी भी तरह का विवाद न हो।
यह तालमेल NDA को तमिलनाडु में मजबूती देगा और DMK के खिलाफ संगठित विपक्ष खड़ा करने में मदद करेगा।AIADMK और BJP गठबंधन DMK को दे सकती है मजबूत चुनौती ?

क्या यह गठबंधन DMK को चुनौती दे पाएगा?

AIADMK और BJP गठबंधन तमिलनाडु की राजनीति में बदलाव का संकेत दे रहा है और नया राजनीतिक समीकरण बना रहा है। गठबंधन भ्रष्टाचार, प्रशासनिक असफलता और क्षेत्रीय असंतोष को मुद्दा बनाकर DMK को सीधे चुनौती देना चाहता है।
मोदी की लोकप्रियता और EPS की क्षेत्रीय पकड़ इस गठबंधन को 2026 के चुनाव में निर्णायक बना सकती है।
अब देखना होगा कि यह गठबंधन जनता का भरोसा जीत पाएगा या नहीं, चुनाव इसका असली परीक्षण होगा।

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