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पंजाब भाजपा नेता के घर पर ग्रेनेड विस्फोट: आतंकी साजिश का खुलासा!

पंजाब भाजपा नेता के घर पर ग्रेनेड विस्फोट

“जालंधर में भाजपा नेता मनोरंजन कालिया के आवास पर हुए ग्रेनेड हमले का मुख्य आरोपी दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया है। यह हमला बाबा सिद्दीकी हत्याकांड के मास्टरमाइंड जीशान अख्तर के इशारे पर किया गया था।  पंजाब भाजपा नेता के घर पर ग्रेनेड विस्फोट के बारे में पुलिस ने कई खुलासे किये है आइए विस्तार से जानते हैं इस मामले के सभी पहलुओं के बारे में।”

पंजाब ग्रेनेड विस्फोट मामले में मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी

पंजाब पुलिस और दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के संयुक्त अभियान में 8 अप्रैल को जालंधर में भाजपा नेता मनोरंजन कालिया के घर पर ग्रेनेड हमले के सिलसिले में शनिवार को दक्षिण-पूर्वी दिल्ली से 19 वर्षीय सैदुल अमीन को गिरफ्तार किया गया। सैदुल अमीन उत्तर प्रदेश के अमरोहा का रहने वाला है और शुक्रवार को दिल्ली पहुंचकर जसोला के एक होटल में छिपा हुआ था।

पंजाब के पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने इस गिरफ्तारी को पुष्टि करते हुए बताया, “जालंधर ग्रेनेड हमले के मामले में एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए पुलिस ने केंद्रीय एजेंसियों और दिल्ली पुलिस के सहयोग से सैदुल अमीन को गिरफ्तार किया है। सैदुल अमीन 7-8 अप्रैल, 2025 की रात को भाजपा नेता मनोरंजन कालिया के घर को निशाना बनाकर किए गए ग्रेनेड हमले का मुख्य आरोपी है।”

पंजाब भाजपा नेता के घर पर ग्रेनेड विस्फोट की तैयारी कैसे हुई?

जांच में पता चला है कि सैदुल अमीन को इंस्टाग्राम के माध्यम से संपर्क किया गया था और उसे मनोरंजन कालिया के आवास के बाहर 50,000 रुपये में ग्रेनेड फेंकने के लिए काम पर रखा गया था। उसने यूपीआई लेनदेन के माध्यम से विभिन्न खातों से किश्तों में पैसे प्राप्त किए।

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, सैदुल अमीन को अमृतसर के एक इलाके से ग्रेनेड इकट्ठा करने का निर्देश दिया गया था। उसने 1,500 रुपये में एक ई-रिक्शा किराए पर लिया, कालिया के घर के बाहर ग्रेनेड फेंका और भाग गया। आरोपी ने ग्रेनेड फेंकने का तरीका सीखने के लिए यूट्यूब वीडियो भी देखे थे।

हमले के बाद सैदुल अमीन को अपना सेलफोन नष्ट करने और अपना सिर मुंडवाने का निर्देश दिया गया था। उसे कुछ दिनों के लिए भूमिगत होने और किसी अन्य काम के लिए निर्देशों की प्रतीक्षा करने के लिए भी कहा गया था।

ग्रेनेड विस्फोट के पीछे जीशान अख्तर और पाकिस्तानी साजिश का खुलासा

जांच में यह भी सामने आया है कि सैदुल अमीन भगोड़े जीशान अख्तर के नियमित संपर्क में था, जो महाराष्ट्र के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या का मास्टरमाइंड भी है। जीशान अख्तर के अजरबैजान या यूरोप से सक्रिय होने का संदेह है।

पंजाब के विशेष डीजीपी (कानून व्यवस्था) अर्पित शुक्ला ने हमले के बाद मीडियाकर्मियों को बताया था कि जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के ज्ञात सहयोगी गैंगस्टर जीशान अख्तर और पाकिस्तानी गैंगस्टर शहजाद भट्टी हमले के पीछे थे।

पुलिस को संदेह है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई, बब्बर खालसा इंटरनेशनल के साथ मिलकर हमले के पीछे थी और राज्य में सांप्रदायिक अशांति पैदा करना चाहती थी।

जीशान अख्तर: बाबा सिद्दीकी हत्याकांड से जालंधर ग्रेनेड हमले तक

जीशान अख्तर, जिसे बाबा सिद्दीकी हत्याकांड का मास्टरमाइंड माना जाता है, वर्तमान में भारत से बाहर है। सूत्रों के अनुसार, अख्तर ने जेल में रहते हुए लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सदस्यों से संपर्क स्थापित किया था, जिसके बाद उसे बाबा सिद्दीकी की हत्या का काम सौंपा गया था।

जीशान अख्तर के बारे में एक वायरल वीडियो में दावा किया गया था कि वह भारत से भाग गया है और पाकिस्तानी गैंगस्टर शहजाद भट्टी की मदद से विदेश चला गया है। उसने जालंधर में हुए ग्रेनेड हमले की जिम्मेदारी भी ली है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, जीशान अख्तर पंजाब के नकोदर इलाके के शकर गांव का रहने वाला है और वह अंतरराष्ट्रीय आतंकी नेटवर्क से भी जुड़ा हुआ है।

पंजाब भाजपा नेता मनोरंजन कालिया को निशाना क्यों बनाया गया?

मनोरंजन कालिया पंजाब भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व कैबिनेट मंत्री हैं, जो वर्तमान में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य भी हैं। विस्फोट के समय वह अपने घर पर ही थे, लेकिन सौभाग्य से उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचा।

सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि पंजाब में भाजपा नेताओं को निशाना बनाकर सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की कोशिश की जा रही है। इस तरह के हमले देश की सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती देने का प्रयास भी हैं।

लॉरेंस बिश्नोई गैंग और आतंकी संगठनों का गठजोड़

लॉरेंस बिश्नोई, जिसका जन्म 12 फरवरी 1993 को पंजाब के फाजिल्का जिले के दुतारावाली अबोहर गांव में हुआ था, 2015 से जेल में बंद है। उस पर जबरन वसूली और हत्या सहित कई आपराधिक आरोप हैं।

विशेष रूप से चिंताजनक बात यह है कि जेल में रहते हुए भी लॉरेंस बिश्नोई अपने गिरोह को सक्रिय रूप से निर्देशित कर रहा है। लॉरेंस का दोस्त गोल्डी बराड़ और छोटा भाई अनमोल बिश्नोई कनाडा में बैठकर लॉरेंस के इशारे पर आपराधिक गतिविधियों का संचालन कर रहे हैं।

हाल के वर्षों में, लॉरेंस बिश्नोई गैंग का विभिन्न आतंकी संगठनों और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ गठजोड़ बढ़ता जा रहा है, जो भारत की आंतरिक सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा बन गया है।

बब्बर खालसा इंटरनेशनल: पंजाब में आतंक फैलाने का प्रयास

बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई), जिसे बब्बर खालसा भी कहा जाता है, 1978 में पंजाब में स्थापित एक प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन है। इसका मुख्य उद्देश्य खालिस्तान नामक एक स्वतंत्र सिख राज्य की स्थापना करना है।

भारतीय गृह मंत्रालय ने बब्बर खालसा इंटरनेशनल को आतंकवादी संगठनों की सूची में सबसे ऊपर रखा है। इस संगठन को 1980 और 1990 के दशकों में पंजाब में हुई कई आतंकवादी घटनाओं के लिए जिम्मेदार माना जाता है।

हाल ही में, पंजाब पुलिस ने बब्बर खालसा इंटरनेशनल के कई आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से कुछ बिहार से भी पकड़े गए हैं। यह दर्शाता है कि ये संगठन अपनी गतिविधियों को पंजाब से बाहर भी फैला रहे हैं।

पंजाब में सांप्रदायिक तनाव फैलाने की आईएसआई की रणनीति

खुफिया एजेंसियों के अनुसार, पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई पंजाब में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने के लिए विभिन्न आतंकवादी संगठनों और गैंगस्टरों का इस्तेमाल कर रही है।

पंजाब पुलिस के अनुसार, आईएसआई और उसके सहयोगी संगठन राज्य में हिंदू नेताओं की हत्या करके सांप्रदायिक हिंसा भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। इसी रणनीति के तहत मनोरंजन कालिया के घर पर ग्रेनेड हमला किया गया था।

पंजाब के शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ने के लिए आईएसआई गैंगस्टर हरविंदर रिंदा जैसे अपराधियों को हाइब्रिड प्लानिंग की जिम्मेदारी सौंप रही है। इन हमलों का मकसद न केवल सांप्रदायिक तनाव पैदा करना है, बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था को भी नुकसान पहुंचाना है।

पंजाब भाजपा नेता के घर पर ग्रेनेड विस्फोट: भारत की सुरक्षा के लिए चिंता का विषय

जालंधर में हुआ पंजाब भाजपा नेता के घर पर ग्रेनेड विस्फोट भारत की आंतरिक सुरक्षा के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है। इस तरह के हमले दर्शाते हैं कि पड़ोसी देश और उनकी खुफिया एजेंसियां भारत में अस्थिरता पैदा करने के लिए लगातार प्रयासरत हैं।

सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि भारत को इस तरह के खतरों से निपटने के लिए अपनी खुफिया एजेंसियों और सुरक्षा बलों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने की आवश्यकता है। साथ ही, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी आतंकवाद के खिलाफ सहयोग बढ़ाना होगा।

ग्रेनेड विस्फोट का राजनीतिक प्रभाव

पंजाब भाजपा नेता के घर पर ग्रेनेड विस्फोट ने राज्य की राजनीति पर भी प्रभाव डाला है। इस घटना के बाद राज्य सरकार पर सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने का दबाव बढ़ गया है।

हालांकि, यह हमला केवल एक राजनीतिक दल या व्यक्ति के खिलाफ नहीं, बल्कि पूरे देश की एकता और अखंडता के खिलाफ है। इसलिए, सभी राजनीतिक दलों और समाज के सभी वर्गों को मिलकर इस तरह के आतंकी हमलों का मुकाबला करना होगा।

निष्कर्ष: सतर्कता और एकता की आवश्यकता

पंजाब भाजपा नेता के घर पर ग्रेनेड विस्फोट जैसी घटनाएं हमें याद दिलाती हैं कि आतंकवाद और सांप्रदायिक हिंसा के खिलाफ हमेशा सतर्क रहने की आवश्यकता है। इस तरह के हमलों का मुकाबला करने के लिए न केवल सुरक्षा एजेंसियों, बल्कि आम नागरिकों को भी सतर्क रहना चाहिए।

हमें यह भी समझना होगा कि आतंकवादी गतिविधियों का मुख्य उद्देश्य समाज में भय और विभाजन पैदा करना है। इसलिए, हमें एकजुट रहकर इस चुनौती का सामना करना होगा और अपनी राष्ट्रीय एकता और अखंडता को बनाए रखना होगा।

सैदुल अमीन की गिरफ्तारी एक महत्वपूर्ण सफलता है, लेकिन आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई अभी जारी है। हमें अपनी सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के साथ-साथ, युवाओं को आतंकवाद और अपराध के रास्ते पर जाने से रोकने के लिए भी ठोस कदम उठाने होंगे।

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