पहलगाम आतंकी हमला विशेषसत्र बुलाने का खड़गे ने किया आग्रह

खड़गे ने पहलगाम आतंकी हमला विशेषसत्र बुलाने का किया आग्रह कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा। उन्होंने पहलगाम आतंकी हमला विशेषसत्र बुलाने की मांग की। 22 अप्रैल को हुए इस नृशंस हमले में 26 लोग मारे गए थे। खड़गे ने कहा कि इस समय राष्ट्रीय एकजुटता बेहद जरूरी है। उन्होंने संसद के दोनों सदनों का तत्काल सत्र बुलाने पर जोर दिया। खड़गे ने लिखा कि संसद सत्र से सामूहिक संकल्प का प्रदर्शन होगा। राहुल गांधी ने भी प्रधानमंत्री को अलग पत्र लिखकर समर्थन जताया। सरकार ने पहले ही 24 अप्रैल को सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हमले पर सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया। प्रधानमंत्री मोदी ने भी इस हमले पर दुख और रोष व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों को ऐसी सजा मिलेगी जो कल्पना से परे होगी।
सर्वदलीय बैठक में विपक्ष ने उठाए सवाल, सरकार को समर्थन का वादा :
24 अप्रैल को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में कई मुद्दे उठे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह बैठक में मौजूद थे। इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) और गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने भी जानकारी साझा की। सर्वदलीय बैठक में विपक्ष ने सुरक्षा चूक पर गंभीर सवाल उठाए। फिर भी सभी दलों ने सरकार को पूर्ण समर्थन देने की घोषणा की। सरकार ने हमले के बाद पाकिस्तान पर भी कार्रवाई तेज कर दी है। सिंधु जल संधि और पाक नागरिकों के वीजा निलंबित कर दिए गए हैं।
- खड़गे ने मोदी की बैठक में अनुपस्थिति पर भी सवाल उठाए।
- उन्होंने कहा, मोदी ने देश से पहले चुनावी रैली को चुना।
- राहुल गांधी ने कहा, संसद में एकजुटता का प्रदर्शन जरूरी है।
- जयराम रमेश ने खड़गे और गांधी के पत्र एक्स पर साझा किए।
पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया, तनाव बढ़ा :
भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित कर पाकिस्तान को बड़ा संदेश दिया। इस्लामाबाद ने भी भारत के साथ सभी द्विपक्षीय समझौते खत्म करने की धमकी दी। विशेषकर शिमला समझौते पर पाकिस्तान के बयान से स्थिति और तनावपूर्ण हो गई। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “अब आतंकवाद के आकाओं की कमर तोड़ने का समय है।” उन्होंने कहा कि 140 करोड़ भारतीयों की इच्छाशक्ति आतंक को कुचल देगी। सरकार आतंकियों के खिलाफ बड़े ऑपरेशन की तैयारी कर रही है। गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि हमलावरों को छोड़ने का सवाल ही नहीं उठता। भारतीय सेना को भी पहलगाम के आसपास के इलाकों में सक्रिय कर दिया गया है।
जम्मू-कश्मीर विधानसभा एक दिवसीय विशेष सत्र :
जम्मू-कश्मीर विधानसभा ने 28 अप्रैल 2025 को पहलगाम आतंकी हमले पर एक दिवसीय विशेष सत्र आयोजित किया, जिसमें इस हमले में मारे गए 26 निर्दोष नागरिकों को श्रद्धांजलि दी गई। सत्र की शुरुआत दो मिनट के मौन से हुई, और इसके बाद उपमुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी ने आतंकवाद की कड़ी निंदा करते हुए एक प्रस्ताव प्रस्तुत किया, जिसे सर्वसम्मति से पारित किया गया।
मुख्य बिंदु:
- एकता और शांति का संदेश : सभी दलों ने एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ने का संकल्प लिया
- मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भावुक होकर कहा, “अगर मैं इस समय राज्य का दर्जा मांगूं, तो मुझ पर लानत है।”
- मीडिया से संयम की अपील
- केंद्र सरकार की कार्रवाई का समर्थन
इस विशेष सत्र ने जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक दलों की एकता और आतंकवाद के खिलाफ सामूहिक संकल्प को दर्शाया। मुख्यमंत्री अब्दुल्ला के अनुसार, “इस हमले ने पूरे भारत को झकझोर दिया है, और हमें एकजुट होकर इसका सामना करना होगा।”
राष्ट्रीय एकता का समय :
- विपक्ष और सरकार दोनों ने एकजुटता दिखाने का वादा किया है।
- पहलगाम आतंकी हमला विशेषसत्र बुलाकर भारत अपनी सामूहिक इच्छाशक्ति दिखा सकता है।
- अब पूरा देश सरकार के अगले कदम का इंतजार कर रहा है।
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