अहमदाबाद में एयर इंडिया ड्रीमलाइनर दुर्घटना होने से बोइंग शेयरों में गिरावट

गुरुवार को एक दुखद घटना ने वैश्विक विमानन जगत को झकझोर दिया। भारत के अहमदाबाद शहर के पास एयर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर जेट दुर्घटनाग्रस्त हो गया। उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद यह हादसा हुआ। इस दुर्घटना के तुरंत बाद बोइंग शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई। इसने कंपनी और व्यापक विमानन उद्योग में चिंताएं बढ़ा दीं। यह एक दशक की सबसे भीषण हवाई दुर्घटना मानी जा रही है। विमान में सवार सभी 242 लोगों की मौत हो गई।
यह बोइंग 787 ड्रीमलाइनर से जुड़ी पहली घातक दुर्घटना है। यह कंपनी के लिए एक बड़ा झटका है। नए सीईओ केली ऑर्थबर्ग के नेतृत्व में बोइंग सुरक्षा और उत्पादन चुनौतियों के बाद विश्वास बहाल करने का प्रयास कर रही थी।
- लंदन जाने वाले विमान में 242 लोग सवार थे।
- यह विमान अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हुआ।
- यह एक दशक की सबसे खराब विमानन दुर्घटना है।
दुर्घटना का कारण तत्काल स्पष्ट नहीं हो पाया है। बोइंग ने एक बयान जारी किया है। इसमें उन्होंने कहा कि वह शुरुआती रिपोर्टों से अवगत है। कंपनी अधिक जानकारी जुटाने में लगी है।
मुख्य बिंदु :
- अहमदाबाद में एयर इंडिया का ड्रीमलाइनर दुर्घटनाग्रस्त, सभी 242 यात्रियों की दर्दनाक मौत।
- बोइंग 787 ड्रीमलाइनर की पहली घातक दुर्घटना, कंपनी की साख पर बड़ा असर।
- दुर्घटना के बाद बोइंग शेयरों में 8 प्रतिशत तक की भारी गिरावट दर्ज।
- घटना के बाद वैश्विक विमानन सुरक्षा प्रोटोकॉल और नियामक जांच पर फिर से बहस।
- स्पिरिट एयरोसिस्टम्स और जीई एयरोस्पेस जैसे आपूर्तिकर्ताओं के शेयरों में भी गिरावट।
- सेंसेक्स 900 अंक से ज्यादा टूटा, बाजार पूंजीकरण में 4.19 लाख करोड़ की कमी।
- बोइंग पहले से ही 737 मैक्स संकट से जूझ रहा, अब ड्रीमलाइनर पर भी सवाल।
ड्रीमलाइनर की सुरक्षा पर उठे सवाल
इस घातक दुर्घटना ने ड्रीमलाइनर जेट के सुरक्षा रिकॉर्ड को धूमिल कर दिया। इसने सीईओ केली ऑर्थबर्ग के उत्पादन बढ़ाने के प्रयासों को भी प्रभावित किया। विमान निर्माता कंपनी ने नए ऑर्डर हासिल किए थे। उन्होंने मई में पेरिस एयरशो में उत्पादन लक्ष्य भी प्राप्त किए थे।
- 787 ड्रीमलाइनर सबसे आधुनिक यात्री विमानों में से एक है।
- एयर इंडिया की घटना से पहले इसकी कोई घातक दुर्घटना नहीं हुई थी।
- 2013 में बैटरी समस्याओं के कारण इसे ज़मीन पर उतारा गया था।
तब किसी के घायल होने की खबर नहीं थी। हालांकि, बोइंग को 737 मैक्स जेट्स पर वर्षों की जांच का सामना करना पड़ा है। दो घातक दुर्घटनाओं के बाद वे वर्षों तक ज़मीन पर रहे थे।
बोइंग के लिए अतीत की चुनौतियां और नया झटका
पिछले साल, अमेरिकी विमान निर्माता पर फिर से सवाल उठे। एक 737 मैक्स 9 का डोर प्लग उड़ान में फट गया था। इससे अस्थायी एफएए ग्राउंडिंग और गुणवत्ता नियंत्रण पर नई चिंताएं पैदा हुईं। बोइंग शेयरों में गिरावट का असर इसके प्रमुख आपूर्तिकर्ताओं पर भी दिखा।
- स्पिरिट एयरोसिस्टम्स के शेयरों में लगभग 3% की गिरावट आई।
- जीई एयरोस्पेस के शेयरों में भी लगभग 3% की गिरावट आई।
- जीई एयरोस्पेस इंजन बनाती है, जो इस जेट में प्रयुक्त हुए।
जीई एयरोस्पेस ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा। उन्होंने अपनी आपातकालीन प्रतिक्रिया टीम को सक्रिय कर दिया है। वे जांच में पूरा समर्थन देंगे। हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि एयर इंडिया विमान उनके इंजन से लैस था या नहीं। इंजन निर्माता ने रॉयटर्स के अनुरोध पर तुरंत कोई टिप्पणी नहीं दी।
शेयर बाजार में कोहराम: निवेशकों में डर
बोइंग शेयरों में गिरावट गुरुवार को शुरुआती कारोबार में 8 प्रतिशत तक बढ़ गई। यह 196.75 डॉलर पर कारोबार कर रहे थे। आईजी ग्रू के विश्लेषक क्रिस ब्यूचैम्प ने कहा, “यह घटना के लिए घुटने के झटके की प्रतिक्रिया है। हाल के वर्षों में बोइंग विमानों को परेशान करने वाली समस्याओं का डर बढ़ गया है।” अहमदाबाद विमान दुर्घटना के बाद बोइंग शेयरों में गिरावट प्री-मार्केट ट्रेडिंग में 8% तक पहुंच गई।
- प्री-मार्केट ट्रेडिंग में बोइंग शेयरों में 7.8% की गिरावट आई।
- यह गिरावट 197.3 डॉलर पर पहुंच गई।
- पुलिस के अनुसार, 200 से अधिक लोग सवार थे।
विमान हवाई अड्डे के पास एक नागरिक क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हुआ। सरदार वल्लभभाई पटेल अहमदाबाद हवाई अड्डे के पास दुर्घटना के बाद, बोइंग शेयरों में गिरावट 8% से अधिक हुई। भारतीय समयानुसार दोपहर 3:30 बजे (सुबह 6:03 बजे जीएमटी-4) शेयर 17.50 डॉलर या 8.18% की गिरावट के साथ 196.50 डॉलर के आसपास थे। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, विमान यूके के गैटविक हवाई अड्डे जा रहा था।
घरेलू विमानन और व्यापक बाजार पर असर
घरेलू मोर्चे पर, गुरुवार को बजट एयरलाइंस इंटरग्लोब एविएशन और स्पाइसजेट के शेयरों में 3.4% तक की गिरावट आई। यह गिरावट बाजार में मंदी के माहौल के बीच हुई। गुजरात राज्य पुलिस नियंत्रण कक्ष के अनुसार, सरदार वल्लभभाई पटेल अहमदाबाद हवाई अड्डे पर एयर इंडिया के विमान के उड़ान भरने के दौरान दुखद दुर्घटना हुई। गुरुवार का कारोबारी सत्र काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा। वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच भारतीय बेंचमार्क सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में भारी गिरावट आई। इसमें मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव और साप्ताहिक एफएंडओ समाप्ति से पहले सावधानी शामिल है। आईटी शेयरों ने बिकवाली का नेतृत्व किया। इससे सूचकांक इंट्राडे ट्रेड में लगभग 1% नीचे आ गए।
- BSE सेंसेक्स 900 अंक से अधिक गिरकर 81,605.82 पर पहुंच गया।
- NSE निफ्टी लगभग 250 अंक गिरकर 24,900 अंक से नीचे चला गया।
- BSE पर सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 4.19 लाख करोड़ रुपये घटा।
सूचकांक | आँकड़े / विवरण |
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बीएसई सेंसेक्स गिरावट | 900 अंक से अधिक गिरकर 81,605.82 पर |
एनएसई निफ्टी गिरावट | लगभग 250 अंक गिरकर 24,900 अंक से नीचे |
बाजार पूंजीकरण में कमी (BSE) | 4.19 लाख करोड़ रुपये की गिरावट |
कुल बाजार पूंजीकरण (BSE पर) | घटकर 451 लाख करोड़ रुपये |
यह 451 लाख करोड़ रुपये रह गया, जो व्यापक बिकवाली दर्शाता है। इस दुखद घटना ने न केवल बोइंग के भविष्य पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि वैश्विक विमानन उद्योग के लिए भी सुरक्षा प्रोटोकॉल और विश्वास बहाली के महत्व को रेखांकित किया है। बोइंग शेयरों में गिरावट ऐसे समय में हुई है, जब कंपनी कई चुनौतियों से जूझ रही थी।
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