अमरावती क्वांटम वैली पार्क: भारत का क्वांटम भविष्य यहाँ से शुरू

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने अमरावती क्वांटम वैली पार्क की महत्वाकांक्षी योजना का अनावरण किया है। यह पहल भारत को क्वांटम युग में ले जाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। 30 जून को विजयवाड़ा में आयोजित “अमरावती क्वांटम वैली कार्यशाला” में इसकी घोषणा की गई, जिसमें क्वांटम कंप्यूटिंग के शीर्ष विशेषज्ञ और संस्थान एक साथ आए। यह कार्यशाला आंध्र प्रदेश सरकार, भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) और लार्सन एंड टुब्रो (L&T) द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित की गई थी।
- नायडू ने 1 जनवरी, 2026 तक अमरावती में पूरी तरह से चालू क्वांटम कंप्यूटिंग इकोसिस्टम स्थापित करने का लक्ष्य रखा है।
- उन्होंने 1990 के दशक के IT बूम से लेकर क्वांटम युग तक भारत के तकनीकी विकास पर प्रकाश डाला।
मुख्य बिंदु :
- नायडू ने अमरावती में क्वांटम वैली पार्क की ऐतिहासिक योजना का अनावरण किया।
- भारत को क्वांटम युग में अग्रणी बनाने के लिए 1 जनवरी 2026 लक्ष्य तय।
- 156 क्यूबिट IBM-2 क्वांटम कंप्यूटर अमरावती में जल्द होगा स्थापित।
- शिक्षा में क्वांटम और AI का समावेश, 9 लाख छात्रों को होगा लाभ।
- स्टार्टअप एक्सपो और क्वांटम डेमो ने तकनीकी नवाचार की झलक दिखाई।
- भारत-अमेरिका सहयोग से क्वांटम अनुसंधान और प्रशिक्षण को मिलेगा नया आयाम।
- 15 अगस्त से व्हाट्सएप पर सभी सरकारी सेवाएं शुरू करने की घोषणा।
नायडू का दूरदर्शी दृष्टिकोण और क्वांटम की आवश्यकता
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि आंध्र प्रदेश डीप टेक्नोलॉजी के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने IT अपनाने के अपने शुरुआती प्रयासों को याद किया। जब बहुत कम लोग इसकी क्षमता पर विश्वास करते थे, तब भी उन्होंने इसे बढ़ावा दिया। उन्होंने कहा, “हमें दूरसंचार को विनियमित करने के लिए विनियामक लड़ाई लड़नी पड़ी।” नायडू ने जोर दिया कि आज सेलफोन कई लोगों के लिए भोजन से ज़्यादा ज़रूरी है। इसी तरह, क्वांटम भविष्य है, और भारत को न केवल इसे अपनाना चाहिए, बल्कि इसका नेतृत्व भी करना चाहिए।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि तकनीक और ज्ञान आज के नए हथियार हैं, युद्ध अब प्रासंगिक नहीं है।
- उन्होंने कहा कि भारत और यू.एस. को वैश्विक भलाई के लिए सहयोग करना चाहिए।
- नायडू ने शासन, व्यक्तिगत चिकित्सा, वैक्सीन उत्पादन, एयरोस्पेस, ड्रोन और शिक्षा में क्वांटम कंप्यूटिंग के एकीकरण को रेखांकित किया।
नारा लोकेश: क्वांटम आंदोलन के अगुआ
मुख्यमंत्री के बेटे और आईटी, इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्री नारा लोकेश ने मुख्य भाषण दिया। उन्होंने भारत में आईटी लाने में मुख्यमंत्री की दूरदर्शी भूमिका पर बात की। लोकेश ने कहा, “आज एक नया अध्याय शुरू हुआ है।” उन्होंने कहा कि उन्हें आंध्र प्रदेश में क्वांटम आंदोलन का नेतृत्व करने का सम्मान मिला है। उन्होंने घोषणा की कि अमरावती जल्द ही 156 क्यूबिट वाले आईबीएम-2 क्वांटम कंप्यूटर की मेजबानी करेगा। यह दक्षिण एशिया में अपनी तरह का पहला होगा।
- लोकेश ने क्वांटम-तैयार कार्यबल की आवश्यकता पर जोर दिया।
- उन्होंने IIT जैसे प्रमुख संस्थानों से भविष्य के क्वांटम इंजीनियरों के लिए पाठ्यक्रम सह-विकसित करने का आग्रह किया।
- उन्होंने कहा कि अमरावती क्वांटम वैली एक लाख से ज़्यादा नौकरियाँ पैदा करेगी
- शोध और नवाचार में इससे भी ज़्यादा नौकरियाँ पैदा होंगी।
अमरावती क्वांटम वैली पार्क का व्यापक रोडमैप
लोकेश ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि क्वांटम को समझने के लिए उन्हें भी ChatGPT से सलाह लेने की ज़रूरत थी। उन्होंने कहा कि 2025-26 से क्वांटम और AI को स्कूल और कॉलेज के पाठ्यक्रम में एकीकृत किया जाएगा। इससे 9 लाख छात्र लाभान्वित होंगे। आंध्र प्रदेश सरकार के ITE&C विभाग के सचिव भास्कर कटमनेनी ने कहा कि अमरावती क्वांटम वैली पार्क पहल भारत के डीप टेक नेतृत्व के लिए एक छलांग है। इसे केंद्र और राज्य द्वारा संयुक्त रूप से समर्थन दिया गया है।
- उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य इस वैली में क्वांटम तकनीकों के पूरे समूह को शामिल करना है।
- इनमें कंप्यूटिंग से लेकर सेंसिंग, मटीरियल और संचार तक शामिल हैं।
- उन्होंने कहा कि कार्यशाला के गोलमेज और तकनीकी सत्र एक कार्रवाई योग्य रोडमैप विकसित करने के लिए संरचित किए गए थे।
उद्योग सहयोग और वैश्विक प्रासंगिकता
IBM इंडिया के प्रबंध निदेशक संदीप पटेल ने कार्यशाला को “भारत की क्वांटम यात्रा के लिए एक निर्णायक क्षण” बताया। उन्होंने कहा कि दुनिया भर में 200,000 से ज़्यादा लोगों ने IBM के क्वांटम कंप्यूटिंग प्लैटफ़ॉर्म का इस्तेमाल किया है। IBM ने भारत में 900 से ज़्यादा फैकल्टी सदस्यों को प्रशिक्षित किया है। IBM क्वांटम एडॉप्शन के उपाध्यक्ष स्कॉट क्राउडर ने महत्वपूर्ण उपयोग के मामलों को रेखांकित किया। इनमें लंबी अवधि की बैटरियों को डिजाइन करना और नए एंटीबायोटिक्स की खोज करना शामिल है।
- अन्य उपयोग मामलों में रोगी के परिणामों में सुधार और वित्तीय जोखिम का प्रबंधन करना भी शामिल है।
- TCS के अध्यक्ष वी. राजन्ना ने आंध्र प्रदेश की पहल को दूरदर्शी बताया।
- उन्होंने कहा कि क्वांटम प्रौद्योगिकियाँ अंतःविषय और परिवर्तनकारी हैं।
अमरावती का भविष्य और ‘क्वांटम घोषणा’
नायडू ने कहा, “मैं लगातार पढ़ता, अध्ययन करता और सीखता रहता हूँ।” उन्होंने कहा कि वे अपने लोगों को सर्वश्रेष्ठ देना चाहते हैं। मुख्यमंत्री ने अमरावती क्वांटम वैली पार्क में क्वांटम कंप्यूटिंग और संबद्ध प्रौद्योगिकियों में नवाचारों को प्रदर्शित करने वाली एक स्टार्टअप प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया। नायडू ने ‘अमरावती क्वांटम घोषणा’ भी लॉन्च की। इसमें क्वांटम और डीप-टेक तकनीकों को आगे बढ़ाने के लिए भारत की रणनीति को रेखांकित किया गया।
- L&T के सलाहकार एमवी सतीश ने 100 बिलियन अमरीकी डॉलर के वैश्विक बाजार का अनुमान लगाया।
- उन्होंने कहा कि भारत को इस अवसर का लाभ उठाना चाहिए।
- IIT मद्रास के निदेशक वी कामकोटि और IIT तिरुपति के निदेशक के एन सत्यनारायण ने पाठ्यक्रम विकास, अनुसंधान सहयोग और इनक्यूबेशन हब पर चर्चा की।
अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और क्वांटम एक्सपो का समापन
अमेरिकी महावाणिज्य दूत जेनिफर लार्सन और डीएसटी सचिव अभय करंदीकर ने भारत-अमेरिका सहयोग को महत्वपूर्ण बताया। कार्यशाला कंप्यूटिंग, सेंसिंग, संचार और क्षमता निर्माण पर गोलमेजों के साथ समाप्त हुई।
- IBM के प्रोटोटाइप क्वांटम कंप्यूटर का डेमो एक स्टार्टअप एक्सपो में इतनी भीड़ उमड़ी कि रजिस्ट्रेशन जल्दी बंद करना पड़ा।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि भविष्य उन लोगों का है जो नवाचार करते हैं।
- उन्होंने कहा, “अमरावती क्वांटम वैली पार्क भारत को क्वांटम युग में ले जाने के लिए तैयार है।”
- उन्होंने यह भी बताया कि आंध्र प्रदेश ने व्हाट्सएप के माध्यम से विभिन्न सरकारी सेवाएं देना शुरू कर दिया है।
- 15 अगस्त से राज्य सभी नागरिक सेवाएं केवल व्हाट्सएप के माध्यम से प्रदान करेगा।
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