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बिहार चुनाव गठबंधन वार्ता : तेजस्वी और खड़गे की मुलाकात

बिहार चुनाव गठबंधन वार्ता

बिहार चुनाव : सीटों के बंटवारे पर होगी चर्चा

नई दिल्ली : बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव आज कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मिलेंगे। इस मुलाकात में बिहार चुनाव गठबंधन वार्ता और सीटों के बंटवारे पर चर्चा होगी। यह बैठक खड़गे के दिल्ली स्थित आवास पर होनी है।

तेजस्वी यादव ने दिल्ली एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत में कहा, “आज हमारी आधिकारिक बैठक है। हम बिहार चुनाव की रणनीति पर चर्चा करेंगे।” आरजेडी सांसद मनोज झा ने बताया कि इस बैठक में सीट बंटवारा और गठबंधन प्रमुख मुद्दे होंगे।

क्या कांग्रेस के बिना बेहतर है आरजेडी का गठबंधन?

  • 2010 से 2024 तक कांग्रेस का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है।
  • 2010 में कांग्रेस ने 243 सीटों पर चुनाव लड़ा, लेकिन सिर्फ 4 सीटें जीतीं।
  • 2015 में जेडीयू-आरजेडी-कांग्रेस गठबंधन में कांग्रेस को 41 में से 27 सीटें मिलीं।
  • 2020 में कांग्रेस ने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा, लेकिन केवल 19 पर जीत हासिल की।

क्या तेजस्वी यादव कांग्रेस के बिना चुनाव लड़ सकते हैं?

  • तेजस्वी यादव का युवा वोट बैंक मजबूत है।
  • वाम दलों (सीपीआई, सीपीएम, वीआईपी) के साथ मिलकर आरजेडी बेहतर प्रदर्शन कर सकती है।
  • कांग्रेस का वोट शेयर 5% से कम होने की आशंका है।

भाजपा की रणनीति : ‘जंगल राज’ का मुद्दा

  • भाजपा ने लालू प्रसाद यादव के कार्यकाल को “भ्रष्टाचार और अराजकता” के नाम से प्रचारित कर रही है।
  • अमित शाह ने 30 मार्च को बिहार में एक रैली में कहा था, “राजद का शासन बिहार के लिए अभिशाप था।”
  • नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जदयू और भाजपा मिलकर एनडीए के तहत चुनाव लड़ेंगी।

आगे की रणनीति :

  • 20 अप्रैल को खड़गे बिहार के बक्सर में जनसभा को संबोधित कर सकते हैं।
  • आरजेडी चाहती है कि कांग्रेस कमजोर सीटों पर ही चुनाव लड़े।

निष्कर्ष :

बिहार चुनाव गठबंधन वार्ता के बाद अगले कुछ दिनों में स्थिति स्पष्ट होगी। राहुल गांधी ने बिहार में कन्हैया कुमार के साथ मिलकर “नौकरी दो” अभियान चलाया, लेकिन क्या यह चुनावी समीकरण बदल पाएगा? मनोज झा ने कहा, “हमारा लक्ष्य एनडीए को हराना है, इसलिए सभी दलों को मिलकर काम करना होगा।”

 

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