पटना में खेमका हत्याकांड: क्या बिहार में ध्वस्त हो गई कानून-व्यवस्था?
पटना में व्यवसायी गोपाल खेमका हत्याकांड ने कानून-व्यवस्था के सवाल को फिर से खड़ा कर दिया है। यह घटना ऐसे समय में हुई है, जब बिहार में विधानसभा चुनाव बस कुछ ही महीने दूर हैं। सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों तरफ से कड़ी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं, जो राज्य की सुरक्षा स्थिति पर चिंता बढ़ा रही हैं।
- गोपाल खेमका को शुक्रवार रात 11:40 बजे गोली मारी गई थी।
- यह वारदात गांधी मैदान इलाके में उनके घर के पास हुई।
चिराग पासवान का अपनी ही सरकार पर सवाल
केंद्रीय मंत्री और जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने इस हत्या की कड़ी निंदा की है। उनकी पार्टी बिहार और केंद्र दोनों में एनडीए सरकार का हिस्सा है। पासवान ने नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार के तहत सुरक्षा पर सवाल उठाया।
- पासवान ने कहा, “अगर पटना के पॉश इलाके में ऐसा हो रहा है।”
- “तो गांवों में क्या हो रहा होगा, इसकी कल्पना ही की जा सकती है।”
विपक्ष का तीखा हमला: “अपराध की राजधानी” बिहार
राजद नेता तेजस्वी यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी सहित विपक्षी नेताओं ने नीतीश सरकार पर हमला बोला। उन्होंने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति को “पूरी तरह ध्वस्त” बताया।
- राहुल गांधी ने भाजपा और नीतीश कुमार पर बिहार को “भारत की अपराध राजधानी” बनाने का आरोप लगाया।
- तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में हर महीने सैकड़ों व्यवसायी मारे जा रहे हैं।
- उन्होंने इस स्थिति को “जंगल राज” बताया।
खेमका परिवार का दुख और पुलिस जांच
यह हत्या इसलिए भी दुखद है क्योंकि गोपाल खेमका के बेटे गुंजन खेमका की भी 2018 में हाजीपुर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। कथित तौर पर भाजपा से जुड़े खेमका को अज्ञात हमलावर ने गोली मारी थी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को कानून-व्यवस्था की समीक्षा बैठक बुलाई।
- उन्होंने अधिकारियों को खेमका हत्याकांड की जल्द जांच के निर्देश दिए।
- पुलिस ने सिटी एसपी सेंट्रल के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया है।
पुलिस पर लापरवाही का आरोप और जवाबी कार्रवाई
गोपाल खेमका के परिवार ने पुलिस पर घोर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनके भाई शंकर खेमका ने कहा कि घटना के लगभग तीन घंटे बाद अधिकारी पहुंचे। दूसरी ओर, पुलिस ने जांच में तेजी लाने का दावा किया है।
- पटना पुलिस ने बेउर जेल में तलाशी भी ली।
- तलाशी में सिम कार्ड और मोबाइल फोन बरामद हुए।
सियासी घमासान और आगामी चुनाव का परिदृश्य
खेमका हत्याकांड के बाद बिहार में राजनीतिक तापमान बढ़ गया है। यह घटना आगामी विधानसभा चुनावों में एक प्रमुख मुद्दा बनने वाली है। बिहार अपराध: खेमका हत्याकांड, कानून-व्यवस्था पर सवाल उठना तय है।
- निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने सीबीआई जांच की मांग की है।
- उन्होंने इसे बिहार में “गुंडा राज” करार दिया।
जदयू का बचाव और अपराधियों पर सख्त कार्रवाई का वादा
जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने घटना की गंभीरता को स्वीकार किया। उन्होंने राज्य प्रशासन का बचाव करते हुए कहा कि डीजीपी ने मामले का उच्च स्तर पर संज्ञान लिया है। उन्होंने अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का वादा किया।
- नीतीश कुमार ने अधिकारियों को शीघ्र जांच पूरी करने को कहा।
- जदयू ने कहा कि कोई भी हत्या कानून के शासन को चुनौती है।
चिराग पासवान की निराशा और गठबंधन की चुनौतियां
चिराग पासवान ने इस बात पर निराशा व्यक्त की कि जिस गठबंधन का वे हिस्सा हैं, वह बिहार में कानून-व्यवस्था सुनिश्चित करने में विफल रहा। उनकी आलोचना राजद नेता तेजस्वी यादव की आलोचना से मेल खाती है। राज्य में बिहार अपराध: खेमका हत्याकांड, कानून-व्यवस्था दोनों ही पर बात हो रही है।
- पासवान ने कहा कि सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
- तेजस्वी यादव ने बिहार में “65,000” हत्याओं का दावा किया।
राहुल गांधी का चुनाव अभियान और बदलाव की पुकार
राहुल गांधी ने इस घटना को “बदलाव की पुकार” बताया। उन्होंने कहा कि आगामी चुनाव सिर्फ सरकार बदलने के लिए नहीं हैं। उनका कहना था कि ये चुनाव बिहार को बचाने के लिए हैं।
- उन्होंने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में सरकार की विफलता पर जोर दिया।
- स्थानीय निवासी और व्यापारी न्याय और मजबूत कानून प्रवर्तन की मांग कर रहे हैं।
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