बिहार चुनाव: तेजस्वी यादव ही होंगे महागठबंधन का CM चेहरा

बिहार के सियासी गलियारों में यह अब लगभग तय हो गया है कि आगामी विधानसभा चुनावों में तेजस्वी CM चेहरा होंगे। विपक्षी महागठबंधन ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव को अपना मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया है। कांग्रेस के दो प्रमुख नेताओं ने इस पर मुहर लगा दी है, जिससे चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है।
- पूर्व बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने इसकी पुष्टि की है।
- युवा नेता कन्हैया कुमार ने भी इस बात का समर्थन किया।
अखिलेश सिंह ने लालू प्रसाद से की मुलाकात
बिहार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद से मुलाकात की है। सिंह ने पुष्टि की कि उन्होंने राजद संरक्षक से उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। राबड़ी देवी के आवास से बाहर निकलने के बाद उन्होंने मीडिया से बात की।
- सिंह ने कहा, “तेजस्वी प्रसाद यादव के अलावा और कौन सीएम फेस होगा।”
- उन्होंने जोर दिया कि पूरे राज्य में बदलाव की हवा बह रही है।
मुख्य बिंदु :
1. तेजस्वी यादव को महागठबंधन ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए मुख्यमंत्री चेहरा घोषित किया।
2. कांग्रेस नेताओं अखिलेश सिंह और कन्हैया कुमार ने तेजस्वी के समर्थन में खुलकर बयान दिया।
3. कन्हैया कुमार ने मुख्यमंत्री चेहरे पर भ्रम फैलाने को भाजपा की साजिश बताया।
4. चुनाव में बेरोजगारी, शिक्षा, पलायन, किसानों की स्थिति और स्वास्थ्य मुद्दे मुख्य होंगे।
5. महागठबंधन की सभी पार्टियां 243 सीटों पर एकजुट होकर चुनाव लड़ने को तैयार हैं।
6. चुनाव आयोग ने मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण की प्रक्रिया 25 जून से शुरू की।
7. कन्हैया ने भाजपा की रणनीति और प्रशांत किशोर की चुनौती को भी आड़े हाथों लिया।
कन्हैया कुमार ने भ्रम को बताया साजिश
कन्हैया कुमार ने तेजस्वी प्रसाद यादव को विपक्षी इंडिया ब्लॉक का सीएम उम्मीदवार बताया। उन्होंने कहा कि उनके सीएम उम्मीदवार होने पर कोई भ्रम या संदेह नहीं है। कुमार ने आरोप लगाया कि विपक्ष के सीएम चेहरे को लेकर भ्रम पैदा करना सत्तारूढ़ दल की साजिश है।
- कुमार ने दावा किया कि भाजपा मौका मिलते ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पद से हटा देगी।
- उन्होंने कहा, “यह भाजपा का मानक तरीका है- पहले किसी क्षेत्रीय पार्टी का समर्थन लेना और फिर धीरे-धीरे उसे निगल जाना।”
प्रमुख मुद्दों पर चुनाव लड़ने का ऐलान
कन्हैया कुमार ने कहा कि चुनाव में जनता के मुद्दे सर्वोपरि होंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि सीएम चेहरे पर बार-बार सवाल उठाकर ध्यान भटकाने की कोशिश की जा रही है। बेरोजगारी, पलायन, शिक्षा, किसान, परीक्षाओं में धांधली और खराब स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे मुख्य मुद्दे हैं।
- कुमार ने “ऑपरेशन सिंदूर” को चुनावी मुद्दा न बनाने की बात कही।
- उन्होंने कहा कि बिहार के लोग इसे देश के सम्मान का मामला मानते हैं।
गठबंधन की एकजुटता और सीटों का बंटवारा
कन्हैया कुमार ने महागठबंधन की गतिशीलता को समझाया और वरिष्ठ-कनिष्ठ सहयोगियों की धारणा को खारिज किया। उन्होंने कहा कि राजद बड़ी पार्टी है और उसके पास अधिक विधायक हैं, लेकिन सभी घटक दल अपनी भूमिका निभाएंगे। मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी भी अब महागठबंधन का हिस्सा है।
- कुमार ने कहा कि सभी 243 सीटों पर एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगे।
- उन्होंने बताया कि राजद स्वाभाविक रूप से अधिक सीटें जीतेगी और मुख्यमंत्री पद पर उसका दावा होगा।
चुनाव आयोग की तैयारियां और आगामी मतदान
भारत के चुनाव आयोग ने बिहार में “मतदाता सूचियों का विशेष गहन पुनरीक्षण” शुरू करने की घोषणा की है। यह प्रक्रिया 25 जून से शुरू होगी, और अंतिम मतदाता सूची 30 सितंबर को प्रकाशित होगी। आयोग ने सभी पात्र नागरिकों का नामांकन सुनिश्चित करने के लिए “घर-घर जाकर सत्यापन” भी किया है।
- ईसीआई टीम का नेतृत्व वरिष्ठ उप चुनाव आयुक्त मनीष गर्ग कर रहे हैं।
- आगामी विधानसभा आम चुनाव 2025 के मद्देनजर यह प्रक्रिया की जा रही है।
नीतीश कुमार और भाजपा की रणनीति पर सवाल
कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने आरोप लगाया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह “आपदा में अवसर” तलाशने में माहिर हैं। उन्होंने महाराष्ट्र का उदाहरण दिया, जहां शिवसेना से एकनाथ शिंदे को लाया गया और फिर हटाकर अपने आदमी को मुख्यमंत्री बनाया गया। कुमार ने दावा किया कि भाजपा बिहार में भी ऐसा ही करने की कोशिश कर रही है, लेकिन विफल रही है।
- कुमार ने कहा, “यह भाजपा का अवसरों का गठबंधन है।”
- उन्होंने विश्वास जताया कि महागठबंधन को स्पष्ट बहुमत मिलेगा।
प्रशांत किशोर की चुनौती पर राय
चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर की नवगठित जन सुराज पार्टी द्वारा पेश की गई चुनौती पर, कन्हैया कुमार ने अपनी राय दी। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सभी को चुनाव में भाग लेने का अधिकार है। कुमार ने कहा कि प्रशांत किशोर एक कारक होंगे या नहीं, यह बिहार के लोगों द्वारा तय किया जाएगा।
- पिछले विधानसभा चुनावों में राजद ने 144 सीटों पर चुनाव लड़ा और 75 सीटें जीतीं।
- कांग्रेस ने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा और उसे केवल 19 सीटें मिलीं।
तेजस्वी CM चेहरा के रूप में महागठबंधन को कितनी सफलता दिला पाएंगे, यह देखना दिलचस्प होगा। यह स्पष्टता महागठबंधन को चुनावी लड़ाई में एक मजबूत आधार प्रदान कर सकती है। बिहार विधानसभा चुनाव अक्टूबर-नवंबर के आसपास होने की संभावना है। बिहार में तेजस्वी CM चेहरा होने के नाते युवा मतदाताओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
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