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“रिया चक्रवर्ती को सीबीआई ने दी क्लीन चिट, सुशांत केस में कोई साजिश नहीं

"रिया चक्रवर्ती को सीबीआई ने दी क्लीन चिट, सुशांत केस में कोई साजिश नहीं"

नई दिल्ली: बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की रहस्यमय मौत के चार साल बाद, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने मामले में अपनी क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर दी है। सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई ने कहा है कि उसे ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है कि सुशांत को आत्महत्या के लिए उकसाया गया था। इसके साथ ही, अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती और उनके परिवार को क्लीन चिट दे दी गई है।

क्या है पूरा मामला?

सुशांत सिंह राजपूत, जो बॉलीवुड के चर्चित अभिनेताओं में से एक थे, 14 जून 2020 को मुंबई के बांद्रा स्थित अपने फ्लैट में मृत पाए गए थे। उनकी मौत ने न सिर्फ उनके प्रशंसकों को झकझोर कर रख दिया, बल्कि इसके पीछे कई सिद्धांत भी सामने आए। कुछ लोगों ने काले जादू और साजिश का आरोप लगाया, जबकि कुछ ने इसे मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ा मामला बताया।

सुशांत के पिता केके सिंह ने उनकी तत्कालीन प्रेमिका रिया चक्रवर्ती और उनके परिवार पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने आरोप लगाया था कि रिया ने सुशांत को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया, उन्हें दवाइयां दीं, उनके पैसे का शोषण किया और उनकी मौत में भूमिका निभाई। इसके बाद, बिहार पुलिस ने मामले की जांच शुरू की, जिसे बाद में सीबीआई को सौंप दिया गया।

सीबीआई की जांच क्या कहती है?

सीबीआई ने चार साल तक चली गहन जांच के बाद क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की है। एजेंसी ने कहा कि उसे ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है जो यह साबित करे कि सुशांत को आत्महत्या के लिए मजबूर किया गया था। इसके अलावा, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की फोरेंसिक टीम ने भी पुष्टि की कि सुशांत की हत्या नहीं हुई थी, बल्कि यह आत्महत्या का मामला था।

सीबीआई ने मामले में दर्ज दो एफआईआर में नामित सभी लोगों को दोषमुक्त कर दिया है, जिनमें रिया चक्रवर्ती, उनके माता-पिता और भाई शामिल हैं। एजेंसी ने अपराध स्थल की फोरेंसिक जांच, डिजिटल सबूतों की जांच और कई गवाहों के बयानों का विश्लेषण किया, लेकिन किसी भी तरह के गलत काम का सबूत नहीं मिला।

रिया चक्रवर्ती का पक्ष

रिया चक्रवर्ती के वकील सतीश मानेशिंदे ने सीबीआई की जांच का स्वागत किया है। उन्होंने कहा, “हम सीबीआई के आभारी हैं कि उन्होंने मामले के हर पहलू की गहन जांच की और रिया और उनके परिवार को निर्दोष साबित किया।” उन्होंने यह भी कहा कि मीडिया और सोशल मीडिया पर फैलाई गई झूठी कहानियों ने रिया और उनके परिवार को गहरी पीड़ा पहुंचाई।

रिया ने जांच के दौरान 27 दिन जेल में बिताए थे, जिसके बाद बॉम्बे हाईकोर्ट ने उन्हें जमानत पर रिहा किया था। उनके वकील ने कहा कि यह मामला न्यायपालिका की ताकत और निष्पक्षता का उदाहरण है।

सुप्रीम कोर्ट का फैसला

पिछले साल अक्टूबर में, सुप्रीम कोर्ट ने रिया चक्रवर्ती के खिलाफ जारी सीबीआई के लुकआउट सर्कुलर को रद्द कर दिया था। कोर्ट ने कहा था कि यह सर्कुलर सिर्फ इसलिए जारी किया गया था क्योंकि आरोपी एक हाई-प्रोफाइल व्यक्ति थीं। कोर्ट ने इसे “तुच्छ” बताते हुए खारिज कर दिया था।

आगे की कार्रवाई
सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट को बांद्रा मजिस्ट्रेट कोर्ट में दाखिल किया गया है। अदालत ने मामले की अगली सुनवाई 8 अप्रैल को तय की है। एक बार जब कोर्ट क्लोजर रिपोर्ट को स्वीकार कर लेगा, तो यह मामला औपचारिक रूप से बंद हो जाएगा।

सुशांत राजपूत की विरासत

सुशांत सिंह राजपूत ने अपने करियर में ‘एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी’, ‘चिचोरे’ और ‘दिल बेचारा’ जैसी फिल्मों से दर्शकों का दिल जीता था। उनकी मौत ने न सिर्फ बॉलीवुड, बल्कि पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। उनके प्रशंसक आज भी उन्हें याद करते हैं और उनकी विरासत को जीवित रखने की कोशिश कर रहे हैं।

निष्कर्ष

सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट ने सुशांत राजपूत की मौत के रहस्य पर विराम लगा दिया है। हालांकि, यह मामला मानसिक स्वास्थ्य, मीडिया ट्रायल और न्यायिक प्रक्रिया पर गंभीर सवाल खड़े करता है। सुशांत की मौत ने यह सबक दिया है कि मानसिक स्वास्थ्य को गंभीरता से लेना चाहिए और किसी भी मामले में निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।

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