चिन्नास्वामी त्रासदी बेंगलुरु भगदड़ पर डीके शिवकुमार की माफी

चिन्नास्वामी त्रासदी ने बेंगलुरु में आरसीबी की जीत का जश्न मातम में बदल दिया। उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने इस भयानक भगदड़ के लिए माफी मांगी है। इस दुखद घटना में 11 लोगों की जान चली गई।
- बुधवार को एम चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ हुई थी।
- लोग IPL में आरसीबी की जीत का जश्न मना रहे थे।
- स्टेडियम की क्षमता 35,000 थी, पर 3 लाख से ज़्यादा लोग जमा हुए।
- स्टेडियम के गेट भी टूट गए थे, जिससे स्थिति और बिगड़ी।
डीके शिवकुमार ने कहा, “ऐसा नहीं होना चाहिए था।” उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी भीड़ की उम्मीद नहीं थी।
मुख्य बिंदु (12-15 शब्दों में):
- RCB की जीत के जश्न में बेंगलुरु में भगदड़, 11 लोगों की दर्दनाक मौत।
- चिन्नास्वामी स्टेडियम में क्षमता से कई गुना ज़्यादा भीड़ उमड़ने से मची अफरातफरी।
- उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने हादसे के लिए खेद जताया और माफी मांगी।
- मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने मृतकों के परिवार को ₹10 लाख मुआवजे की घोषणा की।
- घायल प्रशंसकों को मुफ्त इलाज और NIMHANS समेत कई अस्पतालों में भर्ती कराया गया।
- मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए, 15 दिन में रिपोर्ट मांगी गई है।
- सरकार ने सभी सार्वजनिक कार्यक्रम रद्द कर दिए, विपक्ष पर राजनीति का आरोप लगाया।
घटना पर खेद और सरकारी प्रतिक्रिया
डीके शिवकुमार ने इस घटना के लिए गहरा खेद व्यक्त किया है। उन्होंने भविष्य में बेहतर समाधान निकालने का आश्वासन दिया। साथ ही, उन्होंने भाजपा पर घटना का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया।
- गुरुवार को होने वाले सभी सरकारी कार्यक्रम स्थगित कर दिए गए हैं।
- कैबिनेट बैठक को छोड़कर कोई अन्य समारोह नहीं होगा।
- उपमुख्यमंत्री ने पुलिस आयुक्त से बात की है और वे अस्पताल जाएंगे।
- उन्होंने बताया कि कार्यक्रम 10 मिनट के भीतर ही समाप्त हो गया था।
सरकार की प्रतिक्रिया और मुआवजे की घोषणा
कर्नाटक सरकार ने भगदड़ में मारे गए लोगों के परिवारों को ₹10 लाख का मुआवजा देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने घटना पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि “यह त्रासदी नहीं होनी चाहिए थी।”
- सरकार घायलों को मुफ्त इलाज भी मुहैया कराएगी। मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
- एम चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर 11 लोगों की मौत हुई। 30 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
- ये लोग रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की आईपीएल विजय परेड के लिए एकत्र हुए थे। जश्न बीच में ही रोकना पड़ा।
- पुलिस ने स्थिति को संभालने की पूरी कोशिश की। किसी को इतनी भीड़ की उम्मीद नहीं थी।
डीके शिवकुमार ने आरसीबी के जश्न के दौरान स्टेडियम का दौरा किया। उन्होंने 10 मिनट के भीतर जश्न खत्म करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा, “मैंने विराट कोहली से भी जाने का अनुरोध किया।”
भीड़ प्रबंधन और राजनीतिक आरोप
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि RCB की टीम ने खुले वाहन से परेड का अनुरोध किया था। पुलिस अधिकारियों ने कानून और व्यवस्था का हवाला देते हुए मना किया। मुख्यमंत्री के साथ विचार-विमर्श के बाद विजय परेड की अनुमति नहीं दी गई।
- पुलिस अधिकारियों ने सरकार को खिलाड़ियों को खुली बस में न ले जाने की सलाह दी थी। वे हवाई अड्डे पर यह सुनिश्चित करने पहुंचे।
- विधान सौध में कार्यक्रम के दौरान वे बहुत सतर्क थे। RCB द्वारा कार्यक्रम जारी करने के बारे में पूछा गया।
- डीके शिवकुमार ने कहा कि वे अब दूसरों की खामियां नहीं निकालना चाहते। उन्होंने गुरुवार के कार्यक्रम स्थगित करने की बात कही।
- पर्यावरण दिवस समारोह सहित सभी सरकारी कार्यक्रम स्थगित हैं। गुरुवार को केवल कैबिनेट की बैठक होगी।
उपमुख्यमंत्री ने दुखद घटना पर राजनीति करने के लिए भाजपा की आलोचना की। उन्होंने कहा, “यह त्रासदी नहीं होनी चाहिए थी।” चिन्नास्वामी त्रासदी पर राजनीति करना गलत है।
मुख्यमंत्री का बयान और सहायता
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने चिन्नास्वामी त्रासदी में 11 मौतों की पुष्टि की। RCB की जीत के जश्न में भारी भीड़ जुटी थी, जिससे यह भगदड़ हुई। 33 लोग घायल हुए हैं, और एक की हालत गंभीर है।
- पीड़ितों के परिवारों को ₹10 लाख की सहायता मिलेगी।
- मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं।
- घायलों को बॉरिंग और वैदेही अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
- कुछ घायलों को सिर में चोटें आई हैं, जिन्हें विशेष देखभाल के लिए NIMHANS भेजा गया है।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि “हमारे अनुमान से कहीं ज़्यादा लोग जुटे थे।” विधान सौध के सामने कोई घटना नहीं हुई थी।
घटना की जांच और अपील
सीएम ने बताया कि स्टेडियम की क्षमता करीब 35,000 लोगों की है। उन्हें लगा थोड़ी ज़्यादा भीड़ आएगी, पर दो से तीन लाख लोग जमा हो गए। ज्यादातर मृतक युवा हैं।
- मुख्यमंत्री ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं।
- जो भी जिम्मेदार होगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी।
- उन्होंने कहा, “यह घटना अप्रत्याशित थी।”
- सीएम ने इस मामले में राजनीति न करने की बात कही।
सिद्धारमैया ने यह भी कहा, “मैं घटना का बचाव नहीं करना चाहता।” उन्होंने मजिस्ट्रेट रिपोर्ट के लिए 15 दिन का समय दिया। सीएम सिद्धारमैया ने ‘एक्स’ पर भी दुख व्यक्त किया। डीके शिवकुमार ने सोशल मीडिया पर चिन्नास्वामी त्रासदी पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने प्रशंसकों से सुरक्षा को हर चीज से ऊपर रखने का आग्रह किया। को हर चीज से ऊपर रखने का आग्रह किया।
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