Loading Now

दुर्घटना पीड़ितों को ₹1 लाख तक का कैशलेस इलाज!

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि दुर्घटना पीड़ितों को ₹1 लाख का कैशलेस उपचार मिलेगा

महाराष्ट्र सरकार ने दुर्घटना पीड़ितों के लिए ऐतिहासिक पहल करते हुए दुर्घटना पीड़ितों को ₹1 लाख तक का कैशलेस इलाज की घोषणा की है। स्वास्थ्य मंत्री प्रकाश अबितकर ने स्पष्ट किया कि “Accident victims will get cashless treatment up to ₹1 lakh” चाहे वे किसी भी सरकारी योजना में नामांकित हों या नहीं। यह निर्णय राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा।

आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं को मिली मजबूती

वर्ली में आयोजित बैठक में दुर्घटना पीड़ितों को ₹1 लाख तक का कैशलेस इलाज के अलावा आयुष्मान भारत मिशन के अध्यक्ष डॉ. ओमप्रकाश शेटे ने बताया कि नए प्रावधानों के तहत 4,180 निजी अस्पतालों का नेटवर्क तैयार होगा। इससे पहले केवल 1,792 अस्पताल ही पैनल में शामिल थे। जिला स्तरीय समिति अस्पताल चयन प्रक्रिया की निगरानी करेगी, जिससे पारदर्शिता बढ़ेगी।

कैशलेस उपचार के साथ ये नई सुविधाएं भी

  • रियल-टाइम मोबाइल ऐप: अस्पतालों में बिस्तरों की उपलब्धता, शिकायत दर्ज करने और कवर किए गए उपचारों की जानकारी एक क्लिक में।
  • निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर: हर महीने सूचीबद्ध अस्पतालों को 5 मरीजों को कैशलेस इलाज देना अनिवार्य।
  • उच्च लागत वाले इलाज शामिल: अध्ययन समिति अंग प्रत्यारोपण जैसी प्रक्रियाओं को योजना में जोड़ने पर विचार करेगी।

आयुष्मान कार्ड वितरण में तेजी, सहयोगियों को मिलेगा अतिरिक्त प्रोत्साहन

आयुष्मान भारत मिशन के तहत कार्ड वितरण को गति देने के लिए आशा कार्यकर्ताओं, आंगनवाड़ी स्टाफ और राशन दुकानदारों को जोड़ा जाएगा। मानदेय बढ़ाने का प्रस्ताव भी रखा गया है। अबितकर ने कहा, “यह योजना गरीबों तक गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।”

क्यों है यह योजना खास?

  • तेज इलाज: दुर्घटना के 1 घंटे के भीतर मरीज को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया जा सकेगा।
  • वित्तीय बोझ में कमी: ₹1 लाख तक का कवर परिवारों को आर्थिक संकट से बचाएगा।
  • डिजिटल पारदर्शिता: मोबाइल ऐप के जरिए योजना का हर पहलु ट्रैक किया जा सकेगा।

निष्कर्ष: महाराष्ट्र सरकार का यह कदम आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ और समावेशी बनाएगा। “Accident victims will get cashless treatment up to ₹1 lakh” जैसी योजनाएं न केवल जान बचाएंगी, बल्कि स्वास्थ्य अधिकारों को भी मजबूती देंगी।

 

Spread the love

Post Comment

You May Have Missed