गोपाल खेमका हत्याकांड: पटना में पुलिस मुठभेड़ में मुख्य संदिग्ध विकास ढेर

पटना के जाने-माने व्यवसायी गोपाल खेमका हत्याकांड के मुख्य संदिग्ध विकास उर्फ राजा को पुलिस ने मंगलवार तड़के मुठभेड़ में मार गिराया है। यह घटनाक्रम तब सामने आया जब विशेष जांच दल (एसआईटी) और स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की टीम मालसलामी के पीरदमरिया घाट पहुंची। पुलिस को देखते ही विकास ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसके जवाब में उसे गोली लग गई और वह मारा गया।
- विकास अवैध हथियारों के निर्माण और उनकी बिक्री में सक्रिय रूप से शामिल था।
- मुठभेड़ में मारा गया आरोपी पहले से ही एक ऑटो चालक हत्याकांड में फरार चल रहा था।
- पुलिस द्वारा की गई जवाबी फायरिंग में संदिग्ध विकास उर्फ राजा की मौत हो गई।
वह मुख्य शूटर उमेश को हथियार और गोला-बारूद की आपूर्ति करता था। पुलिस अब इस मामले से जुड़े अन्य पहलुओं की भी गहन जांच कर रही है।
मुख्य बिंदु :
- मुठभेड़ में मुख्य संदिग्ध विकास उर्फ राजा की मौत, अवैध हथियार आपूर्तिकर्ता था।
- मुख्य शूटर उमेश यादव गिरफ्तार, हत्या का 10 लाख का कॉन्ट्रैक्ट स्वीकार किया।
- घटना सीसीटीवी में कैद, बाइक सवार ने खेमका को घर के गेट पर मारी गोली।
- खेमका परिवार पर दूसरी बार हमला, पहले बेटे गुंजन की 2018 में हत्या हुई थी।
- राजनीतिक हलचल तेज, राहुल गांधी बोले– बिहार बना ‘अपराध की राजधानी’।
- बेऊर जेल के गैंगस्टर अजय वर्मा से विकास और उमेश का सीधा संबंध सामने आया।
- पुलिस ने तीन आरोपियों को पकड़ा, 12 संदिग्धों से पूछताछ जारी, जांच तेज।
शूटर उमेश राय गिरफ्तार, हत्याकांड में अहम खुलासा
पुलिस ने इस हत्याकांड में मुख्य शूटर उमेश यादव उर्फ विजय को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया है। उमेश को पटना सिटी के मालसलामी इलाके से उसके घर के पास से पकड़ा गया था। उसे तब हिरासत में लिया गया जब वह अपने बच्चों को स्कूल से छोड़कर लौटा था।
- उमेश के पास से हत्या में प्रयुक्त बाइक और पिस्तौल भी बरामद हुई हैं।
- उसके पास से कुल 80 कारतूस और दो मोबाइल फोन भी जब्त किए गए हैं।
- पुलिस को उमेश के पास से एक लाख रुपये नकद भी बरामद हुए हैं, जिसकी जांच जारी है।
उमेश ने पुलिस को बताया कि उसे हत्या का ठेका 10 लाख रुपये में मिला था। अग्रिम भुगतान के रूप में उसे एक लाख रुपये मिले थे, पुलिस ने एक हथियार भी नदी के किनारे से बरामद किया है।
अवैध हथियारों का कारोबार: विकास की भूमिका
मारा गया संदिग्ध विकास उर्फ राजा अवैध हथियारों के निर्माण और बिक्री में लिप्त था। पटना के वरिष्ठ एसपी कार्तिकेय शर्मा ने इस बात की पुष्टि की है। शर्मा ने बताया कि विकास ने ही गैंगस्टर अजय वर्मा के पूर्व शूटर उमेश को हत्या में इस्तेमाल होने वाले हथियार और गोला-बारूद दिए थे।
- राजा पूर्व में भी कॉन्ट्रैक्ट किलिंग और हथियारों की तस्करी के अपराधों में शामिल था।
- बेऊर जेल में बंद गैंगस्टर अजय वर्मा से विकास का सीधा संबंध सामने आया है।
- पुलिस का मानना है कि विकास ही उमेश को अपराध के लिए हथियार मुहैया कराता था।
इस घटना के बाद पुलिस ने अवैध हथियार रैकेट पर अपनी पकड़ मजबूत कर दी है। विस्तृत जांच से और भी खुलासे होने की उम्मीद है।
गोपाल खेमका हत्याकांड का घटनाक्रम: वारदात और प्रारंभिक जांच
व्यवसायी गोपाल खेमका की हत्या शुक्रवार, 4 जुलाई की रात 11:40 बजे हुई थी। यह घटना गांधी मैदान इलाके में उनके घर के गेट के बाहर एक अज्ञात बाइक सवार हमलावर द्वारा की गई थी। घटना से पहले तीन अपराधी दलदली इलाके में एक चाय की दुकान पर इकट्ठा हुए थे।
- उन तीनों ने घटनास्थल से कुछ दूरी पर स्थित चाय की दुकान पर चाय पी थी।
- उनमें से एक बदमाश बाद में खेमका के घर गया और उन्हें सीधे गोली मार दी।
- घटना के तुरंत बाद एक सीसीटीवी वीडियो सामने आया जिसमें हत्या का दृश्य कैद था।
खेमका को तत्काल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। 6 जुलाई को गुलबी घाट पर उनके पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया गया था।
परिवार की त्रासदी: पूर्व में भी हुई थी बेटे की हत्या
गोपाल खेमका हत्याकांड ने परिवार को गहरा सदमा पहुँचाया है, यह दूसरी बार है जब परिवार ने ऐसी त्रासदी झेली है। खेमका के बेटे गौरव खेमका ने अपने परिवार के लिए पुलिस सुरक्षा की मांग की है। उन्होंने अपनी एफआईआर में बताया कि 2018 में उनके भाई गुंजन खेमका की भी हाजीपुर में इसी तरह हत्या कर दी गई थी।
- गौरव ने बताया कि पिता बांकीपुर क्लब से रात 11:20 बजे घर लौटे थे।
- गेट पर पहले से मौजूद हमलावरों ने उनके सिर में सीधे गोली मार दी थी।
- गोली की आवाज सुनकर गौरव और उनकी पत्नी गेट पर पहुंचे और पिता को खून से लथपथ पाया।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि आधी रात के आसपास पुलिस को सूचना देने के बाद भी तत्काल कोई कार्रवाई नहीं हुई थी।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं और बिहार की कानून व्यवस्था
यह हाई-प्रोफाइल हत्याकांड नीतीश कुमार सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है, खासकर आगामी विधानसभा चुनावों से पहले। विपक्षी दल, जिसमें राजद और कांग्रेस शामिल हैं, राज्य की कानून व्यवस्था पर लगातार सवाल उठा रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घटना के तुरंत बाद शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात की और उन्हें जल्द से जल्द जांच पूरी करने के निर्देश दिए। खेमका कथित तौर पर भाजपा से भी जुड़े हुए थे। इस घटना ने राज्य में राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि कानून का शासन सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
- राहुल गांधी ने कहा कि यह घटना बिहार को “भारत की अपराध राजधानी” बनाती है।
- राजद नेता तेजस्वी यादव ने भी इस घटना को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा।
गिरफ्तारी और हिरासत में लिए गए अन्य संदिग्ध
हत्या के मामले में एक अन्य आरोपी को व्यवसायी के अंतिम संस्कार के दौरान गुलबी घाट पर गिरफ्तार किया गया। सीएनएन-न्यूज18 की रिपोर्ट के अनुसार, आरोपी को तब हिरासत में लिया गया जब वह समारोह में फूल माला लेकर पहुंचा था। उमेश से पूछताछ के बाद पुलिस ने उदयगिरी अपार्टमेंट सहित कई अन्य जगहों पर भी छापेमारी की है।
- पटना जंक्शन के पास से एक व्यक्ति को भी हिरासत में लिया गया है।
- कुल मिलाकर, उमेश और अन्य व्यक्ति सहित तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है।
- बिहार के डीजीपी विनय कुमार ने सोमवार को बताया था कि 12 संदिग्ध हिरासत में लिए गए थे।
पुलिस इस मामले में सभी संभावित कनेक्शनों की पड़ताल कर रही है ताकि सभी अपराधियों को पकड़ा जा सके।
जांच का आगे का रास्ता और पुलिस की प्रतिबद्धता
SSP शर्मा ने बताया कि पुलिस गोपाल खेमका हत्याकांड की गहराई से जांच कर रही है। उन्होंने आश्वस्त किया कि मामले की विस्तृत जानकारी जल्द ही साझा की जाएगी। पुलिस लगातार तथ्यों की पुष्टि कर रही है ताकि हत्या की ओर ले जाने वाली घटनाओं की पूरी श्रृंखला स्थापित की जा सके।
- यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कोई भी अपराधी कानून की गिरफ्त से बच न पाए।
- व्यवसायी खेमका मगध अस्पताल और कई पेट्रोल पंप के मालिक थे।
- बड़ी संख्या में व्यवसायी और उद्योगपति खेमका के अंतिम संस्कार में शामिल हुए थे।
पुलिस का प्रयास है कि इस हाई-प्रोफाइल मामले को जल्द से जल्द सुलझाया जाए।
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