ईरान परमाणु स्थल हमला: ईरान की अमेरिका को ‘अनंत परिणाम’ की चेतावनी

ईरान परमाणु स्थल हमला आज दुनिया की सुर्खियों में है। इस हमले ने मध्य पूर्व की स्थिति गंभीर कर दी है। अमेरिका और इजरायल ने मिलकर हमला किया है।
- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शनिवार देर रात यह घोषणा की।
- उन्होंने कहा कि अमेरिकी सेना ने ईरान के तीन प्रमुख परमाणु स्थलों पर हमला किया।
- इन स्थलों में नतांज, इस्फ़हान और फ़ोर्डो शामिल हैं।
ट्रम्प ने इसे “शानदार सैन्य सफलता” बताया। उन्होंने दावा किया कि ईरान के परमाणु स्थल “पूरी तरह से नष्ट” हो गए। यह हमला 13 जून को इजरायल के हमलों के बाद हुआ है।
मुख्य बिंदु :
- तीन परमाणु स्थलों पर अमेरिका-इजरायल ने संयुक्त बमवर्षक हमला किया, ट्रम्प ने की पुष्टि।
- ईरान ने दावा किया परमाणु स्थल पहले ही खाली कर लिए गए थे, कोई संदूषण नहीं मिला।
- अमेरिकी B-2 बमवर्षकों से GBU-57 बंकर-बस्टर बम पहली बार युद्ध में प्रयोग हुआ।
- ईरान ने हमले को अवैध बताया, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाई।
- कई देशों जैसे वेनेजुएला, क्यूबा, ऑस्ट्रेलिया ने हमले की निंदा और कूटनीति का आह्वान किया।
- ईरान-इजरायल युद्ध में अब तक सैकड़ों की जान गई, हजारों घायल, हमले जारी हैं।
- ट्रंप ने चेतावनी दी- अगर ईरान झुका नहीं, तो अगला हमला और अधिक घातक होगा।
ईरान का दावा और स्थल खाली कराने की बात
ईरान का कहना है कि उसने पहले ही परमाणु स्थलों को खाली करा लिया था। हसन अबेदिनी ने यह जानकारी दी। वह ईरान के सरकारी प्रसारक के उप राजनीतिक प्रमुख हैं।
- ईरान के परमाणु निकाय ने संदूषण के कोई संकेत नहीं पाए।
- आस-पास रहने वाले निवासियों के लिए कोई खतरा नहीं है।
- यह दावा अमेरिकी हमले के बाद किया गया।
अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने भी पहले के हमलों में रेडियोधर्मी रिहाई नहीं देखी थी। यह बात उनके रिकॉर्ड में दर्ज है
अमेरिकी सैन्य कार्रवाई का विवरण
अमेरिकी बमवर्षकों ने GBU-57 मैसिव ऑर्डनेंस पेनेट्रेटर बम गिराए। यह पहली बार था जब युद्ध में ऐसे बंकर-बस्टिंग बम उपयोग हुए। ट्रम्प ने हमले को “शानदार सैन्य सफलता” बताया।
- फोर्डो पर छह बंकर-बस्टर बम गिराए गए।
- अन्य परमाणु स्थलों पर 30 टॉमहॉक मिसाइलें दागी गईं।
- एक अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि अमेरिकी बी-2 बमवर्षक इसमें शामिल थे।
ट्रम्प ने ट्रुथ सोशल पर पोस्ट किया, “मुख्य स्थल, फोर्डो पर बमों का पूरा पेलोड गिराया गया।” उन्होंने कहा, “फोर्डो चला गया।”
ईरान की कड़ी चेतावनी और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया
अमेरिकी हमलों के बाद ईरान ने ‘अनंत परिणाम’ की धमकी दी है। विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने इसे अवैध बताया। उन्होंने इसे अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन कहा।
- अराघची ने एक्स पर लिखा कि आज सुबह की घटनाएं अपमानजनक हैं।
- उन्होंने कहा कि इसके अनंत परिणाम होंगे।
- ईरान आत्मरक्षा में सभी विकल्प सुरक्षित रखता है।
ईरान ने अपनी संप्रभुता और लोगों की रक्षा की बात कही। संयुक्त राष्ट्र में ईरान के राजदूत आमिर सईद इरावानी ने सुरक्षा परिषद की आपातकालीन बैठक बुलाई है।
वैश्विक निंदा और राजनयिक आह्वान
ईरान के खिलाफ अमेरिकी हमलों की कई देशों ने निंदा की। वेनेजुएला और क्यूबा इनमें शामिल हैं। उन्होंने इसे “खतरनाक वृद्धि” बताया।
- वेनेजुएला के विदेश मंत्री यवन गिल ने हमलों की कड़ी निंदा की।
- क्यूबा के राष्ट्रपति मिगुएल डियाज़-कैनेल ने “अपरिवर्तनीय परिणामों” की चेतावनी दी।
- न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया ने कूटनीति का आह्वान किया।
अमेरिकी राष्ट्रपति के कथन पर ध्यान दिया गया कि “अब शांति का समय है।” ऑस्ट्रेलिया ने कहा कि ईरान का परमाणु कार्यक्रम अंतर्राष्ट्रीय शांति के लिए खतरा है।
परमाणु स्थलों पर क्षति और ईरान के दावे
ईरानी राज्य मीडिया ने इस्फ़हान, नतांज़ और फ़ोर्डो पर हुए “दुश्मन के हमलों” की पुष्टि की। हालांकि, उन्होंने दावा किया कि सुविधाओं को पहले ही खाली कर लिया गया था। ईरान ने “संदूषण के कोई संकेत नहीं” होने की बात कही।
- ईरानी राष्ट्रीय परमाणु सुरक्षा प्रणाली केंद्र ने कोई रेडियोधर्मी रिहाई दर्ज नहीं की।
- फ़ोर्डो के पास के एक ईरानी सांसद ने कहा कि नुकसान “केवल ज़मीन के ऊपर हुआ है।”
- उन्होंने कहा कि इसकी मरम्मत की जा सकती है।
फ़ार्स समाचार एजेंसी ने फोर्डो पर आग की लपटें देखने की सूचना दी। उन्होंने सुबह 2:05 बजे के आसपास विमान-रोधी गोलाबारी सुनी।
इज़राइल-ईरान संघर्ष और जानमाल का नुकसान
युद्ध में अमेरिका का हस्तक्षेप इजरायल के हमलों के बाद आया। इजरायल ने ईरान की परमाणु सुविधाओं को गंभीर नुकसान पहुंचाया था। इजरायल का कहना है कि यह यहूदी राज्य को बचाने के लिए आवश्यक है।
- ईरान ने इजरायल पर 470 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें लॉन्च कीं।
- लगभग 1,000 ड्रोन भी लॉन्च किए गए।
- ईरान में कम से कम 430 लोग मारे गए हैं और 3,500 लोग घायल हुए हैं।
- इजरायल में 24 नागरिक मारे गए और 1,272 लोग घायल हुए।
- कुछ मिसाइलों ने अपार्टमेंट, विश्वविद्यालय और अस्पताल को निशाना बनाया।
आगे की चुनौतियाँ और शांति के आह्वान
ट्रम्प ने चेतावनी दी कि ईरान अगर कूटनीतिक समाधान नहीं करता तो और हमले होंगे। अमेरिकी हस्तक्षेप से संघर्ष के बढ़ने का खतरा है। मध्य पूर्व में अस्थिरता का नया युग शुरू हो सकता है।
- ईरान ने क्षेत्र में अमेरिकी सैनिकों पर हमला करने की धमकी दी है।
- तेल और गैस समृद्ध खाड़ी देशों को हिंसा फैलने की चिंता है।
- संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने “ख़तरनाक वृद्धि” कहा है।
- अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के प्रमुख राफेल ग्रॉसी ने सोमवार को आपातकालीन बोर्ड बैठक बुलाई है।
- ईरान परमाणु स्थल हमला के बाद, स्थिति पर करीब से नज़र रखी जा रही है।
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