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ईरान पर इजरायली हमला मध्य पूर्व में परमाणु युद्ध का खतरा?

ईरान पर इजरायली हमला

ईरान पर इजरायली हमला अब एक कड़वी सच्चाई बन चुका है। शुक्रवार की सुबह हुई इस सैन्य कार्रवाई ने पूरे मध्य पूर्व को झकझोर दिया है। इजराइल ने कई ईरानी परमाणु सुविधाओं और सैन्य स्थलों को निशाना बनाया है, जिससे क्षेत्र में एक बड़े संघर्ष की आशंकाएं बढ़ गई हैं। उत्तरी-पश्चिमी ईरान के तबरीज़ शहर पर भी एक और हमले की सूचना मिली है। इस आक्रमण ने तेहरान को “कठोर प्रतिक्रिया” का वादा करने के लिए मजबूर कर दिया है।

  • ईरानी सर्वोच्च नेता अली खामेनेई ने इज़राइल को गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी है।
  • उनके अनुसार, इज़राइल को इस हमले के बाद ‘कड़वी और दर्दनाक’ स्थिति का सामना करना पड़ेगा।
  • हमलों में ईरान के शीर्ष सैन्य अधिकारी और परमाणु वैज्ञानिक मारे गए हैं।

मुख्य बिंदु :

  1. ईरान पर इजरायली हमले से मध्य पूर्व में बड़े सैन्य संघर्ष की आशंका गहराई।
  2. इजराइल ने ईरानी परमाणु सुविधाओं, बैलिस्टिक मिसाइल कारखानों और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया।
  3. ईरान के शीर्ष सैन्य अधिकारी व परमाणु वैज्ञानिक इस हमले में मारे गए।
  4. खामेनेई ने इज़राइल को गंभीर परिणाम भुगतने और कड़ी सजा भुगतने की चेतावनी दी।
  5. अमेरिका ने हमले में अपनी किसी भी प्रत्यक्ष भूमिका से स्पष्ट इनकार किया।
  6. संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने अधिकतम संयम बरतने और सैन्य वृद्धि रोकने की अपील की।
  7. इज़राइल ने वैश्विक दूतावास बंद किए; सुरक्षा परिषद विशेष आपात बैठक करेगी।

नेतन्याहू का संदेश और लक्षित ठिकाने

इजराइल के प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक पूर्व-रिकॉर्डेड संदेश में हमलों की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि शुक्रवार की सुबह किए गए हमलों का उद्देश्य ईरान के परमाणु बुनियादी ढांचे और बैलिस्टिक मिसाइल कारखानों को नुकसान पहुँचाना था। यह ईरान की परमाणु महत्वाकांक्षाओं पर सीधा प्रहार है।

  • हमलों में तेहरान और आस-पास के सैन्य स्थल शामिल थे।
  • नतांज़ शहर की मुख्य यूरेनियम संवर्धन सुविधा में विस्फोट हुए।
  • तबरीज़ में एक परमाणु अनुसंधान केंद्र और सैन्य ठिकानों को भी निशाना बनाया गया।

इस्फ़हान, अराक और करमानशाह शहरों में भी इज़राइली हमलों की पुष्टि हुई है। सोशल मीडिया पर तेहरान में क्षतिग्रस्त आवासीय इमारतों की तस्वीरें सामने आई हैं। इज़राइली सेना ने बाद में पुष्टि की कि उन्होंने नतांज़ यूरेनियम संवर्धन स्थल की भूमिगत संरचनाओं को क्षतिग्रस्त कर दिया है, जिसमें सेंट्रीफ्यूज और बिजली के कमरे शामिल हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस हमले का लक्ष्य ईरान के परमाणु हथियार प्राप्त करने की परियोजना को रोकना था।

ईरान के शीर्ष अधिकारियों और वैज्ञानिकों की मौत

ईरानी मीडिया के अनुसार, ईरान पर इजरायली हमला कई उच्च-स्तरीय अधिकारियों के लिए घातक साबित हुआ है। इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के कमांडर-इन-चीफ होसैन सलामी और ईरानी सेना के चीफ ऑफ स्टाफ मोहम्मद बाघेरी मारे गए हैं। यह ईरान के सैन्य नेतृत्व के लिए एक बड़ा झटका है।

  • खामेनेई के सलाहकार अली शमखानी “गंभीर रूप से घायल” बताए जा रहे हैं।
  • खतम अल-अनबिया मुख्यालय के कमांडर मेजर-जनरल घोलामाली राशिद की भी मृत्यु हो गई।

सैन्य अधिकारियों के अलावा, दो शीर्ष परमाणु वैज्ञानिक, फरीदुन अब्बासी और मोहम्मद तेहरानची, भी लक्षित हत्याओं में मारे गए। अब्बासी ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन के पूर्व प्रमुख थे, जबकि तेहरानची इस्लामिक आज़ाद विश्वविद्यालय के प्रमुख थे। यह ईरान के परमाणु कार्यक्रम के लिए एक महत्वपूर्ण क्षति है।

ईरान और इज़राइल की प्रतिक्रियाएँ

ईरान में लोग विनाश के भयानक दृश्यों के साथ जागे। खामेनेई ने एक बयान में कहा कि इज़राइल ने “अपराध के लिए अपना गंदा और खूनी हाथ खोला” और आवासीय केंद्रों पर हमला करके अपनी दुष्ट प्रकृति को उजागर किया। उन्होंने “कड़ी सज़ा” की उम्मीद करने को कहा। ईरानी सशस्त्र बलों के प्रवक्ता अबुलफजल शेखरची ने कहा कि इज़राइल को अपने हमलों के लिए “भारी कीमत” चुकानी पड़ेगी।

  • इज़राइली सैन्य प्रमुख, इयाल ज़मीर ने कहा कि इज़राइल “वापस लौटने के बिंदु” पर पहुँच गया है।
  • उन्होंने हमलों को “अपने अस्तित्व को बचाने की लड़ाई” बताया।

ज़मीर ने कहा कि इज़राइल ने कार्रवाई की क्योंकि वे “कार्रवाई के लिए एक और पल का इंतजार नहीं कर सकते थे”। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि “जो कोई भी हमें चुनौती देने की कोशिश करेगा, उसे भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।” इज़राइली विपक्षी नेता यायर लैपिड ने सेना को उसके हमले के लिए बधाई दी।

ईरान-इज़राइल प्रमुख सैन्य टकराव :

हमला/घटनातिथिस्थानमुख्य लक्ष्यपरिणाम
इज़राइली साइबर हमलाजुलाई 2020नतांज़ (ईरान)यूरेनियम संवर्धन संयंत्रसेंट्रीफ्यूज क्षतिग्रस्त; परमाणु कार्यक्रम धीमा
ईरानी ड्रोन हमलाअक्टूबर 2021इज़राइल सीमा के पासइजराइली सैन्य ठिकानेइज़राइल ने ड्रोन मार गिराए
सीरिया में इज़राइली हवाई हमला (ईरानी ठिकानों पर)अप्रैल 2022दमिश्क (सीरिया)ईरानी हथियार डिपोईरानी सैन्य ठिकानों को भारी नुकसान
ताजा इज़राइली हमलाजून 2025तेहरान, नतांज़, तबरीज़ आदिपरमाणु वैज्ञानिक, सैन्य अधिकारीईरानी सैन्य नेतृत्व को बड़ा नुकसान

अमेरिकी प्रतिक्रिया और वैश्विक चिंताएँ

संयुक्त राज्य अमेरिका ने इज़राइली हमलों में अपनी संलिप्तता से इनकार किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि वाशिंगटन इस ऑपरेशन में शामिल नहीं था। ट्रम्प ने कहा कि “ईरान के पास परमाणु बम नहीं हो सकता,” और अमेरिका “बातचीत की मेज पर वापस आने की उम्मीद कर रहा है।” उन्होंने यह भी कहा कि अगर ईरान जवाबी कार्रवाई करता है तो अमेरिका इज़राइल की रक्षा में मदद करेगा।

  • व्हाइट हाउस ने ट्रम्प द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाने की उम्मीद जताई।
  • अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता “क्षेत्र में अमेरिकी बलों की रक्षा करना है।”
  • रुबियो ने ईरान को चेतावनी दी कि वह “अमेरिकी हितों या कर्मियों को निशाना न बनाए।”

डेमोक्रेटिक सीनेटर क्रिस मर्फी ने कहा कि इज़राइली हमले “स्पष्ट रूप से ट्रम्प प्रशासन की ईरान के साथ कूटनीति को विफल करने के इरादे से” थे। परमाणु सुविधाओं पर हमला करने से रेडियोधर्मी रिसाव और दीर्घकालिक संदूषण सहित कई अप्रत्याशित परिणाम हो सकते हैं। अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के प्रमुख राफेल ग्रॉसी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र निकाय ईरान में स्थिति पर बारीकी से नज़र रख रहा है और नतांज़ साइट के लक्ष्यीकरण की पुष्टि कर सकता है।

अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की अपील और हमास की प्रतिक्रिया

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इज़राइली हमले के बाद “अधिकतम संयम” का आह्वान किया। उनके उप प्रवक्ता, फरहान हक ने कहा, “महासचिव मध्य पूर्व में किसी भी सैन्य वृद्धि की निंदा करते हैं।” उन्होंने ईरान में परमाणु प्रतिष्ठानों पर इज़राइली हमलों पर विशेष चिंता व्यक्त की, जबकि ईरान और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच परमाणु कार्यक्रम की स्थिति पर बातचीत चल रही है।

  • ओमान ने इज़राइल की कार्रवाई को “खतरनाक, लापरवाह वृद्धि, संयुक्त राष्ट्र चार्टर का एक खुला उल्लंघन” बताया।
  • ओमान ने इज़राइल को इस वृद्धि और इसके परिणामों के लिए जिम्मेदार ठहराया।

फिलिस्तीनी इस्लामी समूह हमास ने ईरान पर इजरायली हमला होने के बाद कहा कि ईरान, उसका रणनीतिक सहयोगी, इज़राइल के खिलाफ दशकों से चल रहे संघर्ष में गाजा में उग्रवादी समूहों का समर्थन करने के लिए “कीमत चुका रहा है।” हमास ने इज़राइल के खिलाफ लड़ाई में समूह को सैन्य और वित्तीय सहायता के लिए ईरान को बार-बार धन्यवाद दिया है।

दूतावास बंद और सुरक्षा परिषद की बैठक

ईरान पर इजरायली हमला होने के बाद इज़राइल ने दुनिया भर में अपने दूतावास बंद कर दिए हैं। दूतावास की वेबसाइटों पर पोस्ट किए गए बयानों में नागरिकों से सतर्क रहने और सार्वजनिक स्थानों पर यहूदी या इज़राइली प्रतीकों को प्रदर्शित न करने का आग्रह किया गया है। इज़राइल वाणिज्य दूतावास सेवाएं प्रदान नहीं करेगा और नागरिकों से शत्रुतापूर्ण गतिविधि का सामना करने पर स्थानीय सुरक्षा सेवाओं के साथ सहयोग करने का आग्रह किया। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद शुक्रवार को तेहरान के अनुरोध पर इज़राइल के हमलों पर बैठक करेगी। यह स्थिति की गंभीरता को दर्शाता है।

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