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कर्नाटक भगदड़-मुआवजा वृद्धि ”25 लाख मुआवजा”, लापरवाही पर उठे सवाल

कर्नाटक भगदड़-मुआवजा वृद्धि

कर्नाटक भगदड़-मुआवजा वृद्धि के बीच सरकार ने सुरक्षा चूक मानी, गिरफ्तारियां और सुधारात्मक कदम तेज़ किए। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) की आईपीएल जीत के जश्न के दौरान यह दुखद घटना घटी। चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर 4 जून, 2025 को हुई भगदड़ में 11 लोगों की जान चली गई। 50 से अधिक लोग इस हादसे में घायल हो गए थे। स्टेडियम के गेट नंबर 3 पर प्रशंसकों की भारी भीड़ जमा थी। RCB ने भी मृतक परिवारों को ₹10 लाख की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की थी। उन्होंने ‘RCB केयर्स’ नाम से एक फंड भी स्थापित किया है। यह फंड घायलों की सहायता के लिए बनाया गया है।

  • मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने मुआवजे की राशि बढ़ाई।
  • यह राशि ₹10 लाख से बढ़ाकर ₹25 लाख कर दी गई है।

पुलिस की आपत्तियां और सरकारी अनदेखी

बेंगलुरु पुलिस ने विधान सौध में RCB के कार्यक्रम को लेकर गंभीर आपत्तियां उठाई थीं। डीसीपी एम एन करिबासवना गौड़ा ने कार्मिक एवं प्रशासनिक सुधार विभाग को पत्र लिखा था। यह पत्र 4 जून, 2025 को लिखा गया था। इस पत्र में 10 मुख्य चिंताएं बताई गई थीं। लाखों प्रशंसकों की भीड़ जुटने की आशंका जताई गई थी। पुलिसकर्मियों की कमी एक बड़ी चुनौती थी।

  • सीसीटीवी कैमरों की कमी एक सुरक्षा चिंता थी।
  • तोड़फोड़ विरोधी जांच के लिए समय की मांग की गई थी।

पुलिस ने पास वितरण बंद करने का भी अनुरोध किया था। उन्होंने सरकारी कर्मचारियों को कार्यक्रम से दूर रहने की सलाह दी थी। गौड़ा की प्रतिक्रिया डीपीएआर द्वारा उनकी राय मांगने के बाद आई थी। हालांकि, कर्नाटक सरकार ने इन चेतावनियों को नजरअंदाज किया। उन्होंने कार्यक्रम को आगे बढ़ाने का फैसला किया।

मुख्य बिंदु :

  1. RCB जश्न के दौरान चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़, 11 लोगों की मौत हुई।
  2. कर्नाटक भगदड़-मुआवजा वृद्धि करते हुए मृतकों के परिजनों को ₹25 लाख देने की घोषणा।
  3. RCB ने भी ₹10 लाख की सहायता राशि और घायल फैंस के लिए फंड बनाया।
  4. पुलिस ने पहले ही कार्यक्रम को लेकर भीड़ और सुरक्षा को लेकर 10 आपत्तियाँ जताईं।
  5. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने पुलिस आयुक्त समेत कई अफसरों को निलंबित किया।
  6. इवेंट कंपनी और आरसीबी मार्केटिंग हेड की गिरफ्तारी, मामले में जांच जारी।
  7. कब्बन पार्क वॉकर्स समूह और नागरिक संगठनों ने सुरक्षा लापरवाही पर शिकायत दर्ज कराई।

सुरक्षा चूक और कानूनी कार्रवाई

विधान सौध सुरक्षा के पुलिस उपायुक्त एमएन करिबासवना गौड़ा ने चिंताएं व्यक्त की थीं। उन्होंने बताया कि सुरक्षा कर्मियों की कमी एक बड़ी समस्या होगी। सत्यवती ने प्रशंसकों से स्टेडियम जाने का आग्रह किया था। इसके बावजूद कार्यक्रम विधान सौध में नहीं, बल्कि स्टेडियम में हुआ। इवेंट मैनेजमेंट फर्म डीएनए एंटरटेनमेंट नेटवर्क्स के सुनील मैथ्यू, किरण और सुमंत भी पकड़े गए। यह गिरफ्तारी मुख्यमंत्री के आदेश पर हुई। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने पुलिस आयुक्त बी दयानंद को निलंबित कर दिया। कई अन्य पुलिस अधिकारियों को भी निलंबित किया गया है।

  • कर्नाटक पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तारियां की हैं।
  • RCB के मार्केटिंग हेड निखिल सोसले को गिरफ्तार किया गया

मुख्य चिंताएं :

1. भारी भीड़ की आशंका

RCB के देशभर में बहुत बड़े प्रशंसक हैं। अगर भव्य सीढ़ियों पर कार्यक्रम होता, तो लाखों प्रशंसक आते। अधिकारियों और कर्मचारियों की कमी से समस्या होती।

2. पास वितरण बंद करने का अनुरोध

विधान सौध में समारोह में शामिल होने के लिए जनता को पास न दिए जाएं। पुलिस ने ऑनलाइन या ऑफलाइन पास वितरण बंद करने का अनुरोध किया था।

3. सरकारी कर्मचारियों को अनुपस्थित रहने का निर्देश

4 जून को शाम 4 बजे के कार्यक्रम में सचिवालय के कर्मचारी परिवार लाते। अधिकारियों को आधे दिन की छुट्टी दें, उन्हें कार्यक्रम में न आने दें।

4. सीसीटीवी कैमरों की कमी

विधान सौधा एक महत्वपूर्ण प्रतिष्ठान है, पर सीसीटीवी नहीं लगे थे। लाखों प्रशंसकों के आने से सुरक्षा व्यवस्था को खतरा होता।

5. पीडब्ल्यूडी अनापत्ति प्रमाण पत्र और सुरक्षा जांच

पीडब्ल्यूडी द्वारा अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी किया जाए। आयोजकों को पुलिस को दो घंटे पहले जांच की अनुमति देनी चाहिए।

6. इलेक्ट्रिक उपकरणों के लिए फिटनेस प्रमाण पत्र

कार्यक्रम में उपयोग होने वाले इलेक्ट्रिक उपकरणों का प्रमाण पत्र जरूरी है। पीडब्ल्यूडी (विद्युत) के अभियंता को लिखित सूचना भेजी जाए।

7. तोड़फोड़ विरोधी जांच दस्ते को अनुमति

आयोजकों को कार्यक्रम से कम से कम दो घंटे पहले अनुमति देनी चाहिए। तोड़फोड़ विरोधी जांच दल सुरक्षा सुनिश्चित करता।

8. बाहर से पुलिसकर्मियों की आवश्यकता

आरसीबी के बहुत अधिक प्रशंसक हैं, इसलिए शहर के बाहर से पुलिस बल चाहिए। इसमें समय लगेगा।

9. समन्वय और समय की कमी

इतने बड़े आयोजन के लिए कानून व्यवस्था और यातायात पुलिस का समन्वय जरूरी है। इसके लिए पर्याप्त समय नहीं है।

10. ड्रोन रोधी प्रणाली की आवश्यकता

ऐसे आयोजनों के दौरान ड्रोन का इस्तेमाल हो सकता है। इसलिए ड्रोन रोधी प्रणाली की आवश्यकता है।

नागरिक समूह की शिकायतें और भविष्य की सीख

कब्बन पार्क वॉकर्स एसोसिएशन ने भी शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने कर्नाटक सरकार और आरसीबी पर लापरवाही का आरोप लगाया है। भगदड़ के कारण पार्क की बाड़ और पौधों को नुकसान पहुंचा था। उन्होंने सेना मुख्यालय उपक्षेत्र पर भी कर्तव्य में विफलता का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि स्टेडियम की भूमि और वायरलेस कार्यालय सेना के हैं।

  • शिकायत में ‘कर्तव्य की उपेक्षा’ का आरोप लगाया गया।
  • कानून के अनुसार कार्रवाई की मांग की गई है।

यह दुखद घटना भविष्य के आयोजनों के लिए एक महत्वपूर्ण सबक है। कर्नाटक भगदड़-मुआवजा वृद्धि एक सकारात्मक कदम है, लेकिन सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन अत्यंत आवश्यक है। भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने होंगे। कर्नाटक भगदड़-मुआवजा वृद्धि के साथ-साथ, सुरक्षा उपायों को भी मजबूत करना होगा। भगदड़ शाम 5 से 7 बजे के बीच हुई। अनुमानित 250,000 प्रशंसक स्टेडियम के बाहर एकत्र हुए थे। मुफ्त पास की घोषणा से भीड़ और बढ़ गई। अधिकारियों ने बताया कि अधिकांश पीड़ित युवा पुरुष और महिलाएं हैं।

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