पाकिस्तानी झंडे में ताबूत: भारत ने नागरिकों वाले दावे को नकारा

भारत ने पाकिस्तानी झंडे में ताबूत दिखाकर आतंकवादियों को नागरिक बताने के झूठे दावे की पोल खोल दी।
भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में दिए करारा जवाब :
पाकिस्तानी झंडे में ताबूत लिपटे मिलने से साफ हो गया कि मारे गए लोग आतंकवादी थे, न कि नागरिक।
१) भारत ने नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया
२) तीन प्रमुख आतंकवादी मौके पर मारे गए
३) पाक सेना और जेयूडी ने अंतिम संस्कार में भाग लिया
४) अंतिम संस्कार में राजकीय सम्मान और झंडा प्रयोग
7 मई को भारत ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम हमले के जवाब में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की। इस हमले में लाहौर के पास मुरीदके में स्थित जमात-उद-दावा के मुख्यालय को निशाना बनाया गया। मारे गए तीन आतंकवादी – कारी अब्दुल मलिक, खालिद और मुदस्सिर – के पाकिस्तानी झंडे में ताबूत लपेटे गए और उन्हें राजकीय सम्मान दिया गया।
तस्वीरों से पाकिस्तान का झूठ उजागर :
क) विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अगर ये नागरिक होते तो उन्हें पाकिस्तानी झंडे में क्यों लपेटा जाता?
ख) विदेश मंत्रालय ने अंतिम संस्कार की तस्वीरें साझा कीं
ग) पाक सेना के जवान ताबूतों के साथ दिखाई दिए
घ) हाफिज सईद के संगठन के सदस्य भी अंतिम संस्कार में मौजूद
च) हाफिज अब्दुल रऊफ ने नमाज़-ए-जनाज़ा पढ़ाई
छ) मिस्री ने तंज कसते हुए कहा कि शायद पाकिस्तान में नागरिकों को भी अब आतंकियों जैसा सम्मान मिलने लगा है। उन्होंने कहा कि भारत के हमले पूरी तरह आतंकियों पर लक्षित थे।
लाहौर की वायु रक्षा प्रणाली निष्प्रभावी :
भारत की कार्रवाई के बाद रक्षा मंत्रालय ने जानकारी दी कि पाकिस्तान की वायु रक्षा प्रणाली को बेअसर कर दिया गया।
- लाहौर की वायु रक्षा प्रणाली को निष्क्रिय किया गया
- भारत ने रडार और एयर डिफेंस सिस्टम पर हमला किया
- यह हमला पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई के बाद किया गया
- भारतीय ग्रिड ने पाक हमलों को बेअसर किया
भारतीय वायुसेना ने लाहौर के पास पाकिस्तान की वायु सुरक्षा प्रणालियों को निष्क्रिय कर दिया, जो भविष्य के संभावित आतंकी हमलों को रोकने का संकेत है।
वायु रक्षा प्रणाली क्या होती है?
- वायु रक्षा प्रणाली (Air Defence System) दुश्मन की मिसाइल और विमानों को रोकने के लिए बनी होती है।
- सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (SAM)
- रडार, जैमर और सायरन भी इसका हिस्सा
- हमला पहचानने, ट्रैक करने और जवाब देने की प्रक्रिया
- खतरे की गंभीरता के अनुसार हथियार चयन
भारत ने पाकिस्तान की वायु सुरक्षा प्रणाली को नष्ट कर यह स्पष्ट कर दिया है कि आतंकवाद को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
मिसरी का कड़ा संदेश :
विदेश सचिव ने पाकिस्तान के धार्मिक स्थलों पर हमले के आरोपों को “पूरी तरह झूठा” बताया। कहा: “हमने सिर्फ आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया” पाकिस्तान धार्मिक स्थलों का दुरुपयोग करता है, भारत ने क्रॉस-बॉर्डर आतंकवाद के अड्डों को खत्म किया। पाकिस्तानी झंडे में ताबूत जैसी तस्वीरें इस बात का प्रमाण हैं कि भारत ने आतंकियों को निशाना बनाया, न कि निर्दोषों को।
अतिरिक्त जानकारी :
- जेयूडी: जमात-उद-दावा, लश्कर-ए-तैयबा का ही रूप
- हाफिज सईद: मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड, UN द्वारा आतंकी घोषित
- मुरीदके: जेयूडी का गढ़, ISI से जुड़ी गतिविधियों का केंद्र
- पाकिस्तान की एयर डिफेंस: तुर्की, चीन और रूस से आयातित पुराने सिस्टम पर निर्भर
पाकिस्तानी झंडे में ताबूत लिपटे होने की तस्वीरों ने साबित कर दिया कि भारत के ऑपरेशन आतंकियों के खिलाफ थे पाकिस्तान की कोशिश नागरिकों के बहाने वैश्विक सहानुभूति बटोरने की रही, लेकिन अंतिम संस्कार में झंडा, सैनिक और जेयूडी के सदस्य उसके झूठ की पोल खोलते हैं।
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