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ऑपरेशन सिंदूर पूरा पीएम बोले दुश्मन ने ताकत देखी, फिल्म अभी बाकी

ऑपरेशन सिंदूर पूरा

प्राण जाए पर वचन न जाए’: पीएम मोदी ने निभाया बिहार से वादा

ऑपरेशन सिंदूर’ पूरा होने की घोषणा के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार की धरती पर अपना वादा निभाया। 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई थी। इसके बाद पीएम मोदी ने आतंकियों के आकाओं को दंडित करने की कसम खाई थी। उन्होंने कहा कि उन्होंने इसी बिहार की धरती से यह संकल्प लिया था। यह कदम भारत की ‘प्राण जाए पर वचन न जाए’ नीति का उदाहरण बना। सासाराम के लोगों ने इस परंपरा को अच्छे से समझा। मोदी ने कहा कि वह अपना वादा पूरा कर बिहार लौटे हैं।

  • पहलगाम आतंकी हमले के बाद पीएम का बिहार से संकल्प
  • आतंकियों के मास्टरमाइंड को सजा दिलाने की शपथ
  • ‘प्राण जाए पर वचन न जाए’ की बिहार में प्रासंगिकता

यह सिर्फ सैन्य अभियान नहीं, बल्कि राष्ट्र की सुरक्षा के लिए संकल्प का प्रतीक था। भारत ने दिखा दिया कि वह अपनी संप्रभुता और नागरिकों की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

बिहार में विकास का नया दौर: ‘जंगल राज’ का अंत

पीएम मोदी ने नीतीश कुमार के नेतृत्व में हुए बड़े बदलाव की सराहना की। उन्होंने कहा कि ‘जंगल राज’ खत्म होने के बाद राज्य में विकास की नई सुबह आई है। अब टूटी सड़कें, खराब रेलवे और कमजोर हवाई संपर्क बीते युग की बात हो चुकी है। उन्होंने चार लेन वाले राजमार्गों और नदियों पर पुलों की बात कही। यह बुनियादी ढांचा बिहार को भारत के विकास पथ पर जोड़ता है। 24 अप्रैल को मधुबनी में मोदी ने आतंकियों को धरती के छोर तक खदेड़ने की बात कही थी।

  • नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में सकारात्मक बदलाव
  • खराब सड़कें, रेलवे और हवाई संपर्क से मुक्ति
  • पुलों और राजमार्गों के साथ मजबूत बुनियादी ढांचा

अब बिहार सिर्फ अपनी विरासत ही नहीं, बल्कि आधुनिक विकास के लिए भी पहचाना जाता है।

‘ऑपरेशन सिंदूर’ पूरा: नारी शक्ति का शौर्य

पीएम मोदी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पूरा’ के दौरान भारतीय महिलाओं की भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि दुनिया ने भारत की बेटियों का पराक्रम देखा है। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान और दुनिया ने हमारी बेटियों की ताकत देखी है।” मातृभूमि की रक्षा में उन्होंने अद्वितीय साहस दिखाया। मोदी ने बीएसएफ की महिला जवानों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि बेटियों ने दिखा दिया कि वे किसी भी चुनौती का सामना करने में सक्षम हैं।

  • भारतीय महिलाओं की निर्णायक भागीदारी
  • बेटियों के साहस का वैश्विक प्रदर्शन
  • बीएसएफ की महिला कर्मियों का अभूतपूर्व पराक्रम

यह ऑपरेशन महिला सशक्तिकरण और राष्ट्रीय सुरक्षा के मेल का प्रतीक बना।

शहादत को सलाम: इम्तियाज का बलिदान

मोदी ने ऑपरेशन के दौरान शहीद हुए बीएसएफ सब-इंस्पेक्टर इम्तियाज को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने उन्हें बिहार का गौरव बताया। 10 मई को इम्तियाज ने मातृभूमि की सेवा करते हुए अपनी जान दे दी। यह सर्वोच्च बलिदान देश के प्रति उनके समर्पण को दर्शाता है। मोदी ने कहा कि दुश्मनों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पूरा की ताकत देख ली है, लेकिन उन्हें यह समझना होगा कि यह सिर्फ शुरुआत है।

  • बीएसएफ सब-इंस्पेक्टर इम्तियाज का बलिदान
  • सीमा पर 10 मई को शहादत
  • बिहार के सपूत को राष्ट्रीय गौरव

ऐसे वीर सपूतों की शहादत हमें हमेशा देश के लिए कर्तव्य निभाने की प्रेरणा देती रहेगी।

आतंकवाद के खिलाफ भारत का संकल्प

प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई खत्म नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि जब भी जरूरत होगी, सेना पूरी ताकत से कार्रवाई करेगी। मोदी ने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पूरा भारत की रणनीति का एक ट्रेलर मात्र है। आतंकवाद के खतरे के दोबारा उभरने पर और सख्त कार्रवाई होगी।

  • आतंक के खिलाफ सतत अभियान
  • सेना की पूरी तैयारी
  • भविष्य में और कड़े प्रहार की चेतावनी

भारत आतंकवाद को खत्म करने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है।

‘ऑपरेशन सिंदूर’ पूरा: रणनीतिक सफलता और असर

‘ऑपरेशन सिंदूर’ पूरा 22 अप्रैल के आतंकी हमले के जवाब में 7 मई को शुरू किया गया। मल्टी-एजेंसी इंटेलिजेंस के जरिए नौ आतंकी शिविरों को लक्षित किया गया। यह ऑपरेशन सावधानीपूर्वक योजना और खुफिया रणनीति पर आधारित था, जिससे संपार्श्विक नुकसान न्यूनतम रहा। पाकिस्तान ने जवाबी ड्रोन हमले किए, लेकिन भारत की वायु रक्षा प्रणाली ने उन्हें विफल कर दिया।

  • 22 अप्रैल के हमले के बाद जवाबी कार्रवाई
  • नौ आतंकी शिविरों को खुफिया जानकारी से निशाना
  • ड्रोन हमलों का वायु रक्षा प्रणाली से मुकाबला

इसने भारत की सैन्य क्षमताओं और आतंकवाद विरोधी नीति की मजबूती को स्पष्ट कर दिया।

विकास और सुरक्षा: दोहरा संकल्प

पीएम मोदी ने सुरक्षा के साथ-साथ विकास पर भी ध्यान दिया। उन्होंने 48,520 करोड़ रुपये की योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इनसे रोजगार बढ़ेगा और जीवनस्तर बेहतर होगा। मोदी ने कहा कि अब बिहार की नीति ‘राम की रीति’ है — वादे निभाना और विकास करना।

  • 48,520 करोड़ की परियोजनाएं
  • बुनियादी ढांचा, परिवहन और आर्थिक प्रगति पर ज़ोर
  • ‘राम की रीति’ को नीति बनाना

यह दोहरा संकल्प एक सशक्त बिहार और सशक्त भारत की दिशा में ठोस कदम है।

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