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एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी अनावरण: भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज को मिला नया नाम

एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी

भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जाने वाली टेस्ट सीरीज अब एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के नाम से जानी जाएगी। यह एक ऐतिहासिक पल है, जहाँ क्रिकेट के दो महानतम खिलाड़ी, जेम्स एंडरसन और सचिन तेंदुलकर को सम्मान दिया गया है। यह नई ट्रॉफी इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) तथा भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की एक संयुक्त पहल है।

  • यह घोषणा शुक्रवार, 20 जून से शुरू हो रही पांच टेस्ट मैचों की सीरीज से ठीक पहले हुई है।
  • यह सीरीज एक नए आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप चक्र की शुरुआत का भी प्रतीक है।

मुख्य बिंदु :

  1. भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज का नाम अब एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी रखा गया है।
  2. BCCI और ECB ने मिलकर ट्रॉफी का संयुक्त रूप से अनावरण किया।
  3. यह ट्रॉफी पटौदी और एंथनी डी मेलो ट्रॉफियों की जगह लेगी।
  4. हर सीरीज के विजेता कप्तान को अब पटौदी मेडल से सम्मानित किया जाएगा।
  5. ट्रॉफी पर तेंदुलकर और एंडरसन की तस्वीरें और हस्ताक्षर उकेरे गए हैं।
  6. तेंदुलकर और एंडरसन ने टेस्ट में ऐतिहासिक रिकॉर्ड और योगदान दिया है।
  7. यह ट्रॉफी टेस्ट क्रिकेट की परंपरा और विरासत को नई पहचान देती है।

पटौदी विरासत का सम्मान

पहले, इंग्लैंड में यह सीरीज पटौदी ट्रॉफी के लिए खेली जाती थी। भारत में इसे एंथनी डी मेलो ट्रॉफी के नाम से जाना जाता था। अब इन सभी पुरानी ट्रॉफियों की जगह एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी ने ले ली है। हालाँकि, पटौदी परिवार की विरासत को अभी भी सम्मानित किया जाएगा। प्रत्येक इंग्लैंड-भारत टेस्ट सीरीज के विजेता कप्तान को एक नया पटौदी पदक प्रदान किया जाएगा।

  • सचिन तेंदुलकर ने पटौदी परिवार को सूचित करने के लिए पहला फोन किया था।
  • उन्होंने इस विरासत को जीवित रखने के लिए अपनी पूरी कोशिश की।

दिग्गजों का योगदान

एंडरसन और तेंदुलकर, दोनों ने ही टेस्ट क्रिकेट में अद्वितीय रिकॉर्ड बनाए हैं। तेंदुलकर ने 200 टेस्ट मैच खेले हैं। उन्होंने 15,921 टेस्ट रन बनाए, जिसमें 51 शतक शामिल हैं। एंडरसन ने 188 टेस्ट मैचों में 704 विकेट लिए हैं। वह टेस्ट क्रिकेट में किसी तेज गेंदबाज द्वारा सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ी हैं।

  • उनकी तस्वीरें और उत्कीर्ण हस्ताक्षर नई ट्रॉफी पर मौजूद हैं।
  • यह दोनों दिग्गजों की स्थायी विरासत को दर्शाता है।

सचिन तेंदुलकर की प्रतिक्रिया

सचिन तेंदुलकर ने इस सम्मान पर गर्व व्यक्त किया है। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट को जीवन का प्रतीक बताया है। तेंदुलकर के अनुसार, टेस्ट क्रिकेट धैर्य, अनुशासन और अनुकूलनशीलता सिखाता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि दुनिया टेस्ट क्रिकेट के सार का अधिक सम्मान करेगी।

  • तेंदुलकर ने कहा कि उनकी जड़ें टेस्ट क्रिकेट से जुड़ी हैं।
  • उन्होंने इसे खेल का सर्वोच्च रूप बताया।

जेम्स एंडरसन की प्रतिक्रिया

जेम्स एंडरसन के लिए भी यह एक गर्व का क्षण है। उन्होंने भारत और इंग्लैंड के बीच प्रतिद्वंद्विता को कुछ खास बताया। एंडरसन ने कहा कि इस तरह से पहचाना जाना एक बहुत बड़ा सम्मान है। वह आगामी सीरीज के लिए उत्सुक हैं।

  • यह सीरीज आकर्षक और प्रतिस्पर्धी क्रिकेट का वादा करती है।
  • यह अपने सर्वश्रेष्ठ रूप में कुलीन खेल है।

क्रिकेट बोर्डों का दृष्टिकोण

ECB के अध्यक्ष रिचर्ड थॉम्पसन ने इस नई ट्रॉफी को “खेल के दो पूर्ण दिग्गजों को सम्मानित करने का एक शानदार तरीका” बताया है। BCCI सचिव देवजीत सैकिया ने इसे बेहद गर्व की बात कहा है। BCCI अध्यक्ष रोजर बिन्नी ने इसे उनके अद्वितीय योगदान के लिए एक उचित श्रद्धांजलि बताया।

  • भारत और इंग्लैंड के बीच हमेशा एक रोमांचक प्रतिद्वंद्विता रही है।
  • यह क्रिकेट संबंधों में पटौदी परिवार के महत्वपूर्ण स्थान को दर्शाता है।

एक नए युग की शुरुआत

एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी का अनावरण व्यक्तिगत प्रतिभा का सम्मान है। यह टेस्ट क्रिकेट की कालातीत विरासत का भी प्रमाण है। यह ट्रॉफी आगामी टेस्ट सीरीज में प्रतिस्पर्धा करेगी। यह एक नए युग की शुरुआत का प्रतीक है, जहाँ दो महान क्रिकेट राष्ट्रों के बीच प्रतिद्वंद्विता जारी रहेगी।

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