BCCI ने IPL आचार संहिता में डिमेरिट पॉइंट सिस्टम की शुरुआत की: हार्दिक पंड्या का निलंबन जारी रहेगा

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने IPL आचार संहिता में एक क्रांतिकारी डिमेरिट पॉइंट सिस्टम लागू किया है, जिसका उद्देश्य सीधे निलंबन के बजाय एक निवारक तंत्र स्थापित करना है। यह नई प्रणाली खिलाड़ियों, टीम अधिकारियों और अन्य हितधारकों के बीच बेहतर व्यवहार को प्रोत्साहित करने के लिए बनाई गई है, जो निलंबन के खतरे पर ध्यान केंद्रित करती है।
IPL फ्रेंचाइजी को भेजे गए एक संदेश में, BCCI ने स्पष्ट किया, “IPL का मानना है कि निलंबन का खतरा व्यवहार में बदलाव लाने के लिए सबसे मजबूत निवारक है। इसलिए, संचित डिमेरिट पॉइंट सिस्टम को आचार संहिता में शामिल किया गया है।”
डिमेरिट पॉइंट सिस्टम कैसे काम करेगा?
यह नई प्रणाली अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) आचार संहिता का एक अनुकूलित संस्करण है, लेकिन इसमें कुछ महत्वपूर्ण अंतर हैं। जहां ICC डिमेरिट पॉइंट्स को पांच साल तक रखता है, वहीं BCCI की प्रणाली इन्हें केवल तीन साल (36 महीने) तक रखेगी। BCCI के अनुसार, “इन नियमों के तहत किसी खिलाड़ी या टीम अधिकारी द्वारा अर्जित डिमेरिट पॉइंट्स उनके रिकॉर्ड में 36 महीने तक रहेंगे।”
BCCI ने यह भी स्पष्ट किया है कि संचित डिमेरिट पॉइंट्स के आधार पर निलंबन कैसे लागू किया जाएगा:
- 4-7 पॉइंट्स: 1 मैच का निलंबन
- 8-11 पॉइंट्स: 2 मैचों का निलंबन
- 12-15 पॉइंट्स: 3 मैचों का निलंबन
- 16 या अधिक पॉइंट्स: 5 मैचों का निलंबन
यह वृद्धिशील प्रणाली सुनिश्चित करती है कि 36 महीने की अवधि में बार-बार उल्लंघन करने पर सख्त दंड दिया जाएगा।
अपराधों का वर्गीकरण और डिमेरिट पॉइंट्स
BCCI ने अपराधों की गंभीरता के आधार पर डिमेरिट पॉइंट्स देने के लिए एक वर्गीकृत प्रणाली शुरू की है:
- स्तर 1 अपराध: 1-2 डिमेरिट पॉइंट्स (उदाहरण: 25% मैच फीस का जुर्माना)
- स्तर 2 अपराध: 3-4 डिमेरिट पॉइंट्स
- स्तर 3 अपराध: 5-6 डिमेरिट पॉइंट्स
- स्तर 4 अपराध: 7-8 डिमेरिट पॉइंट्स
मैच रेफरी या लोकपाल उल्लंघन की प्रकृति के आधार पर पॉइंट्स की सही संख्या तय करेंगे। विशेष रूप से, BCCI ने स्पष्ट किया है कि निलंबन या तो निश्चित संख्या में मैचों के लिए होगा या फिर निश्चित अवधि के लिए, जो मैच अधिकारियों के निर्णय पर निर्भर करेगा।
हार्दिक पंड्या का निलंबन: कोई डिमेरिट पॉइंट्स नहीं
एक महत्वपूर्ण अपडेट में, BCCI ने पुष्टि की है कि हार्दिक पंड्या, जिन्हें पिछले सीज़न में धीमी ओवर-रेट उल्लंघन के लिए एक मैच के निलंबन का सामना करना पड़ा था, उनका निलंबन जारी रहेगा, लेकिन उन्हें कोई डिमेरिट पॉइंट्स नहीं मिलेंगे। बोर्ड ने कहा, “2025 सत्र से पहले लगाए गए किसी भी प्रतिबंध को मूल शर्तों के अनुसार पूरा किया जाएगा, लेकिन ऐसे प्रतिबंधों के लिए कोई डिमेरिट पॉइंट्स नहीं दिए जाएंगे।”
यह निर्णय BCCI के धीमी ओवर-रेट उल्लंघन के प्रति नए दृष्टिकोण के अनुरूप है। अपडेटेड नियमों के तहत, टीम कप्तानों को अब न्यूनतम ओवर-रेट उल्लंघन के लिए मैच निलंबन का सामना नहीं करना पड़ेगा। इसके बजाय, उन पर जुर्माना और फील्डिंग प्रतिबंध लगाए जाएंगे।
अपील प्रक्रिया: एक महंगा सौदा
BCCI ने खिलाड़ियों और टीम अधिकारियों के लिए एक औपचारिक अपील प्रक्रिया भी शुरू की है, जो प्रतिबंधों को चुनौती देने के इच्छुक हैं। हालांकि, इसकी कीमत काफी अधिक है। स्तर 2 या स्तर 3 अपराध के खिलाफ BCCI लोकपाल के समक्ष अपील की जा सकती है, लेकिन अपीलकर्ता को 90 लाख रुपये की गैर-वापसी योग्य फीस का भुगतान करना होगा। यह फीस केवल तभी वापस की जाएगी जब अपील पूरी तरह से सफल हो।
यह बदलाव क्यों महत्वपूर्ण है?
डिमेरिट पॉइंट सिस्टम की शुरुआत BCCI का एक रणनीतिक कदम है, जिसका उद्देश्य IPL में अनुशासन में सुधार करना है, जो अक्सर मैदान पर विवादों और आचार संहिता उल्लंघनों से प्रभावित होता है। संचित दंड पर ध्यान केंद्रित करके, बोर्ड खिलाड़ियों और अधिकारियों के बीच दीर्घकालिक व्यवहार परिवर्तन लाना चाहता है।
IPL 2024 और उसके बाद के लिए मुख्य बिंदु
- तीन साल का रिकॉर्ड: डिमेरिट पॉइंट्स 36 महीने तक रिकॉर्ड में रहेंगे।
- वर्गीकृत दंड: अपराधों को चार स्तरों में वर्गीकृत किया गया है, जिसके अनुसार डिमेरिट पॉइंट्स दिए जाएंगे।
- पिछले प्रतिबंधों के लिए कोई डिमेरिट पॉइंट्स नहीं: हार्दिक पंड्या जैसे खिलाड़ी निलंबन भुगतेंगे, लेकिन उन्हें डिमेरिट पॉइंट्स नहीं मिलेंगे।
- महंगी अपील: प्रतिबंधों को चुनौती देने के लिए 90 लाख रुपये की फीस देनी होगी।
नए नियमों को IPL गवर्निंग काउंसिल द्वारा पहले ही मंजूरी दे दी गई है और मुंबई में BCCI क्रिकेट सेंटर में हुई एक बैठक में टीम कप्तानों और प्रबंधकों को इसकी जानकारी दी गई।
निष्कर्ष
BCCI का डिमेरिट पॉइंट सिस्टम IPL के लिए एक गेम-चेंजर है, जो निवारक उपायों पर जोर देता है। जहां हार्दिक पंड्या का निलंबन जारी रहेगा, वहीं नए नियमों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि खिलाड़ी और अधिकारी मैदान पर और उसके बाहर अपने व्यवहार के प्रति अधिक सचेत रहें। IPL 2024 सीज़न के साथ, यह प्रणाली दुनिया के सबसे लोकप्रिय T20 लीग में अनुशासन का एक नया स्तर लाने की उम्मीद करती है।
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