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मुंबई तिहरा हत्याकांड : पुरानी रंजिश में खूनी संघर्ष

मुंबई तिहरा हत्याकांड

गणपत पाटिल नगर में मुंबई तिहरा हत्याकांड से, दहशत में झुग्गी बस्ती

मुंबई के दहिसर पश्चिम स्थित गणपत पाटिल नगर में रविवार शाम हुई एक हिंसक झड़प ने पूरे इलाके को दहला दिया। यह घटना मुंबई तिहरा हत्याकांड के रूप में सामने आई है, जिसमें दो झुग्गी बस्ती परिवारों के बीच हुई मारपीट में तीन लोगों की मौत हो गई और चार अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।

2022 से चला आ रहा झगड़ा फूटा हिंसा में

  • शेख और गुप्ता परिवारों के बीच वर्षों से दुश्मनी थी
  • वर्ष 2022 में दोनों पक्षों ने क्रॉस एफआईआर दर्ज कराई थी
  • रविवार को नारियल की दुकान पर हुई बहस से भड़की हिंसा
  • घटना गली नंबर 14, गणपत पाटिल नगर में शाम करीब 4:30 बजे हुई

पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, 49 वर्षीय हामिद शेख कथित तौर पर शराब के नशे में नारियल दुकान संचालक राम गुप्ता (50) से भिड़ गया। बहस इतनी बढ़ी कि दोनों ने अपने बेटों को मौके पर बुला लिया और मामला खूनी संघर्ष में बदल गया।

चाकू-दारांती से हमला, तीन की मौत

  • हामिद शेख, राम गुप्ता और अरविंद गुप्ता की मौके पर मौत
  • अमर गुप्ता, अमित गुप्ता, अरमान शेख और हसन शेख घायल
  • सभी शव पोस्टमार्टम के लिए शताब्दी अस्पताल भेजे गए
  • घायलों का इलाज अस्पताल में जारी, कुछ की हालत गंभीर

इस हिंसक भिड़ंत में दोनों परिवारों ने एक-दूसरे पर चाकू, कुल्हाड़ी और दारांती से हमला किया। घटनास्थल पर खून फैल गया, जिससे पूरे इलाके में अफरातफरी मच गई।

अस्पताल और पोस्टमॉर्टम की स्थिति

मृतकों के शवों को कांदिवली स्थित शताब्दी अस्पताल भेजा गया। डॉक्टरों ने बताया कि राम गुप्ता और अरविंद गुप्ता को गंभीर चोटें आई थीं। हामिद शेख भी हमले में घायल हुआ और अस्पताल पहुँचने से पहले ही उसकी मौत हो गई।

क्रॉस मर्डर केस दर्ज, आरोपी घायल

  • एमएचबी पुलिस ने क्रॉस मर्डर केस की कार्रवाई शुरू की
  • मुख्य आरोपी फिलहाल घायल, गिरफ्तारी नहीं हो सकी
  • राम गुप्ता के बेटे अमर और अमित अब तक फरार
  • क्षेत्र में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, हामिद शेख के बेटे अरमान और हसन घायल हैं और अस्पताल में पुलिस निगरानी में हैं। पुलिस गवाहों से पूछताछ कर रही है और पुराने मामलों की फाइलें खंगाली जा रही हैं।

पुरानी दुश्मनी, खूनी संघर्ष : क्या कहते हैं गवाह?

स्थानीय निवासियों का कहना है कि दोनों परिवार अक्सर छोटी-छोटी बातों पर झगड़ते थे। कुछ गवाह ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, हामिद शेख शराब पीकर अक्सर राम गुप्ता को परेशान करता था। आज हद हो गई।”

राजनीतिक प्रतिक्रिया:

  • स्थानीय नेता ने पुलिस से त्वरित कार्रवाई की मांग की।
  • महाराष्ट्र सरकार ने घटना पर गंभीरता से जाँच का आदेश दिया।

स्थानीय दहशत में, पुलिस अलर्ट

  • घटना ने इलाके के निवासियों में भय पैदा कर दिया
  • कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैनात की गई फोर्स
  • दोनों परिवारों की गतिविधियों की गहराई से जांच जारी

दहिसर में हिंसा का सिलसिला, शिवसेना नेता की हत्या का संदर्भ

दहिसर में झुग्गी हिंसा तीन हत्याएं कोई पहली गंभीर घटना नहीं है। इससे पहले नवंबर 2023 में शिवसेना शाखा प्रमुख रमेश सावंत की हत्या ने पूरे इलाके को दहला दिया था। उस समय भी पुलिस पर कार्रवाई में ढिलाई और राजनीतिक दबाव झेलने के आरोप लगे थे। लगातार बढ़ती घटनाएं यह संकेत देती हैं कि दहिसर क्षेत्र कानून व्यवस्था की गंभीर चुनौती से जूझ रहा है।

  • रमेश सावंत की हत्या में भी पुराने विवाद की भूमिका
  • दहिसर में दो साल में पाँच बड़ी हिंसक वारदातें
  • राजनीतिक दलों ने पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल उठाए

इस घटनाक्रम ने स्थानीय प्रशासन की तत्परता और राजनीतिक संरक्षण के प्रभाव पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

झुग्गी इलाकों में कानून-व्यवस्था पर सवाल

इस घटना ने एक बार फिर झुग्गी बस्तियों में कानून-व्यवस्था की गंभीर स्थिति को उजागर कर दिया है। जहां न तो पर्याप्त पुलिस गश्त होती है और न ही समय पर हस्तक्षेप। स्थानीय निवासियों का कहना है कि झगड़े की शुरुआत से पहले भी विवाद की जानकारी दी गई थी, लेकिन समय रहते कार्रवाई नहीं की गई।

  • बस्ती में दहशत का माहौल
  • रहवासियों ने मांगी स्थायी पुलिस चौकी
  • बच्चों और महिलाओं में असुरक्षा की भावना

मुंबई तिहरा हत्याकांड ने एक बार फिर झुग्गी बस्तियों में कानून व्यवस्था की गंभीरता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस के लिए चुनौती अब यह है कि वह दोनों परिवारों के पीछे की साजिशों को उजागर करे और अपराधियों को जल्द से जल्द हिरासत में ले।

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