ओडिशा में सामूहिक बलात्कार: 10 दिनों में 5 घटनाएं, महिला सुरक्षा पर सवाल?

ओडिशा में सामूहिक बलात्कार की घटनाओं में चिंताजनक वृद्धि हुई है। पिछले दस दिनों में राज्य में बलात्कार के पांच अलग-अलग मामले सामने आए हैं, जिसने महिला सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। ये आंकड़े न केवल भयावह हैं बल्कि राज्य की कानून-व्यवस्था की स्थिति पर भी प्रश्नचिह्न लगाते हैं।
नवीनतम घटना: मयूरभंज में मंदिर से लौटते समय सामूहिक बलात्कार
यह सबसे हालिया घटना 25 जून को मयूरभंज जिले के करंजिया इलाके में घटी। एक 25 वर्षीय महिला जब स्थानीय मंदिर से घर लौट रही थी, तभी उसे तीन लोगों ने रोका। इन हमलावरों ने उसे जबरन पास के जंगल में ले जाकर उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया।
- पुलिस ने इस जघन्य अपराध के मुख्य संदिग्ध, मलारपाड़ा गांव के विकास पात्रा (28) को गिरफ्तार कर लिया है।
- हालांकि, उसके दो अन्य साथी अभी भी फरार हैं और पुलिस उनकी सक्रियता से तलाश कर रही है।
- प्रारंभिक जांच से पता चला है कि पीड़िता पात्रा को पहले से जानती थी और उसने उसकी लिफ्ट की पेशकश स्वीकार कर ली थी। इस घटना को अंजाम देने के बाद, तीनों आरोपियों ने पीड़िता को धमकी दी कि अगर उसने इस बारे में किसी को बताया तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। महिला ने अपने एक रिश्तेदार के घर पहुंचकर पूरी घटना बताई, जिसके बाद देर रात 2 बजे करंजिया थाने में शिकायत दर्ज की गई। पुलिस ने सामूहिक बलात्कार और अपहरण का मामला दर्ज कर लिया है। मयूरभंज के पुलिस अधीक्षक (एसपी) वरुण गुंटुपल्ली ने आश्वासन दिया है कि सह-आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
मुख्य बिंदु:
- 10 दिन में 5 बलात्कार: ओडिशा में महिला सुरक्षा का alarming स्तर।
- मंदिर लौट रही महिला से सामूहिक बलात्कार: मयूरभंज में हुई यह नवीनतम घटना।
- पर्यटन स्थल भी असुरक्षित: गोपालपुर बीच पर कॉलेज छात्रा से गैंगरेप।
- नाबालिगों से जघन्य अपराध: क्योंझर में हत्या, बरहमपुर में यौन उत्पीड़न।
- परिचित भी बने अपराधी: बारीपदा में घर में घुसकर महिला से बलात्कार।
- कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल: कांग्रेस विधायक ने सरकार को घेरा।
- पुलिस कार्रवाई पर उठते प्रश्न: अपराधियों पर लगाम लगाने में चुनौतियां।
गोपालपुर बीच: गंजम में जघन्य अपराध
मयूरभंज की घटना से पहले, 17 जून को गंजम जिले के गोपालपुर बीच पर भी एक महिला से सामूहिक बलात्कार का मामला सामने आया था। इस मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दस लोगों को गिरफ्तार किया है।
- पीड़िता अपने एक पुरुष मित्र के साथ समुद्र तट पर गई थी, तभी आरोपियों ने उसके दोस्त को खींचकर बांध दिया।
- इसके बाद कई लोगों ने बारी-बारी से महिला के साथ बलात्कार किया।
- इस मामले में गिरफ्तार किए गए सभी दस संदिग्ध वर्तमान में पुलिस हिरासत में हैं और आगे की जांच जारी है। यह घटना तटीय इलाकों में भी महिला सुरक्षा की स्थिति पर गंभीर सवाल उठाती है।
क्योंझर में किशोर से सामूहिक बलात्कार और हत्या
महिलाओं के खिलाफ अपराध की एक और दिल दहला देने वाली घटना 18 जून को क्योंझर जिले के टेंटलापशी गांव में घटी। यहां एक 17 वर्षीय लड़की का शव उसके घर के पास एक धान के खेत में पेड़ से लटका हुआ मिला।
- परिवार ने बताया कि लड़की पिछली शाम से ही लापता थी।
- पुलिस ने शव पर चोट के निशान होने की पुष्टि की है, जिससे यह संकेत मिलता है कि उसकी मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हुई है।
- परिवार का आरोप है कि उसकी मौत से पहले उसका यौन उत्पीड़न किया गया था। पुलिस ने इस मामले में एक प्राथमिकी (FIR) दर्ज कर ली है और घटना की परिस्थितियों की गहन जांच कर रही है, ताकि सच्चाई सामने लाई जा सके और दोषियों को सजा मिल सके।
बारीपदा: परिचितों द्वारा सामूहिक बलात्कार
19 जून को मयूरभंज जिले के बारीपदा में भी एक 31 वर्षीय महिला के साथ सामूहिक बलात्कार का मामला सामने आया, जिसमें परिचित लोग ही आरोपी निकले। पीड़िता के पति ने बारीपदा सदर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। उसने आरोप लगाया कि परिवार के चार परिचित लोग उसकी और अन्य सदस्यों की अनुपस्थिति में उनके घर में घुस आए। इसके बाद उन्होंने उसकी पत्नी के साथ बलात्कार किया।
- पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है और इन आरोपों की जांच कर रही है।
- बारीपदा सदर थाने के प्रभारी निरीक्षक आदित्य प्रसाद जेना ने बताया कि पीड़िता ने चारों आरोपियों के नाम बताए हैं, लेकिन वे सभी फिलहाल फरार हैं।
- आरोपियों की तलाश के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया है। पीड़ितों को धमकी भी दी गई थी कि अगर उन्होंने इस बारे में किसी को बताया तो उन्हें जान से मार दिया जाएगा। महिला को एक सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, और उसकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है।
बरहमपुर: क्लीनिक मालिक पर बलात्कार का आरोप
25 जून को गंजम जिले के बरहमपुर में एक 17 वर्षीय लड़की ने आरोप लगाया कि एक क्लीनिक मालिक ने उसके साथ बलात्कार किया। शिकायत में कहा गया है कि आरोपी ने पीड़िता के परिवार को वादा किया था कि वह लड़की को बीएससी (नर्सिंग) की पढ़ाई में मदद करेगा और उसे मुफ्त आवास भी मुहैया कराएगा। इस वादे के तहत, आरोपी ने लड़की के साथ कथित तौर पर यौन संबंध बनाए।
- पुलिस ने इस मामले में मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच जारी है।
- यह घटना उन लोगों के विश्वास के दुरुपयोग को उजागर करती है जो जरूरतमंद परिवारों को मदद का लालच देते हैं।
हालिया घटनाओं का विवरण
घटना संख्या | जिला | तारीख | घटना का प्रकार | मुख्य आरोपी/गिरफ्तारियाँ |
1 | मयूरभंज | 25 जून | सामूहिक बलात्कार | विकास पात्रा गिरफ्तार, दो फरार |
2 | गंजम | 17 जून | सामूहिक बलात्कार | दस गिरफ्तार |
3 | क्योंझर | 18 जून | सामूहिक बलात्कार/हत्या | जांच जारी |
4 | मयूरभंज | 19 जून | सामूहिक बलात्कार | चार आरोपी फरार, तलाश जारी |
5 | गंजम | 25 जून | बलात्कार | क्लीनिक मालिक पर आरोप, जांच जारी |
राजनीतिक प्रतिक्रिया और बढ़ती चिंताएं
गंजम, क्योंझर और मयूरभंज जिलों में इतने कम समय में हुई इन पांच घटनाओं ने ओडिशा में महिलाओं के खिलाफ अपराधों के लिए गंभीर चिंता बढ़ा दी है। इन हालिया घटनाओं ने ओडिशा में सामूहिक बलात्कार के मामलों पर सार्वजनिक बहस छेड़ दी है, जिसमें पीड़ित न्याय की उम्मीद कर रहे हैं। कटक से कांग्रेस विधायक सोफिया फिरदौस ने इन घटनाओं पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
- उन्होंने एनडीटीवी से बात करते हुए कहा, “यह बहुत दुख और शर्म की बात है।”
- फिरदौस ने आगे कहा कि “जिस तरह से ओडिशा में नई सरकार के एक साल के भीतर महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं, यह बहुत शर्म की बात है कि इतनी बड़ी घटनाओं के बाद भी सरकार कोई दुख नहीं जता रही है और न ही कोई ठोस कार्रवाई कर रही है।”
- उन्होंने राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति को “बहुत खराब” बताया और सवाल उठाया कि “किसी का डर नहीं है, चाहे वह पुलिस विभाग हो या कानून विभाग; किसी के मन में कोई डर नहीं है, क्योंकि वे इस तरह के अपराध करने में सक्षम हैं और हमारी सरकार आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर पाई है। अगर हम कार्रवाई नहीं करेंगे, तो हम लोगों को क्या दिखाएंगे? लोगों के मन में डर क्यों होगा?” उनकी टिप्पणियां सरकार पर प्रभावी कार्रवाई करने का दबाव बढ़ाती हैं।
पुलिस की कार्रवाई और भविष्य की चुनौतियां
ओडिशा पुलिस ने गोपालपुर और करंजिया मामलों में गिरफ्तारियों की पुष्टि की है और दावा किया है कि सभी घटनाओं में जांच आगे बढ़ रही है। हालांकि, इतनी कम अवधि में ओडिशा में सामूहिक बलात्कार और अन्य यौन अपराधों की लगातार घटनाओं ने पुलिस की निवारक उपायों और कानून प्रवर्तन प्रतिक्रिया पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। समाज में व्याप्त यह बढ़ती हिंसा ओडिशा में सामूहिक बलात्कार के भयावह आँकड़ों से स्पष्ट होती है, जो तत्काल सामाजिक सुधार की माँग करती है।”
- इन बढ़ती घटनाओं ने एक गंभीर चुनौती पेश की है।
- राज्य में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तत्काल और अधिक प्रभावी कदम उठाने की सख्त आवश्यकता है।
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