मुंबई : आज 12 अप्रैल 2025 UPI सर्विस डाउन होने वजह से पूरे भारत में डिजिटल भुगतान सेवाये ठप हो गया। पेटीएम, फोनपे और गूगल पे जैसे ऐप्स काम नहीं कर रहे। उपभोगताओ ने सोशल मीडिया पर समस्याएं शेयर कीं।
डाउनडिटेक्टर पर 1200 से अधिक शिकायतें दर्ज हुईं। 66% यूजर्स को भुगतान में दिक्कत आई। 34% उपभोगताओ ने फंड ट्रांसफर न होने की बात कही।
क्या है UPI ? पूरी जानकारी
UPI (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) भारत की सबसे लोकप्रिय डिजिटल भुगतान प्रणाली है, जिसे नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने विकसित किया है। यह भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के दिशा-निर्देशों पर काम करता है।
कैसे काम करता है UPI?
UPI इंस्टेंट मनी ट्रांसफर की सुविधा देता है।
यूजर्स एक वर्चुअल पेमेंट एड्रेस (VPA) बनाते हैं (जैसे : xxxxxxname@upi)।
जिससे बैंक खातों को लिंक करके किसी भी समय पैसे भेज या प्राप्त कर सकते हैं।
यह किसी भी बैंक या ऐप (Paytm, PhonePe, Google Pay) के साथ काम करता है।
UPI के फायदे :
24×7 पैसा भेजने की सुविधा जो की बैंको की छुट्टी में भी पैसो को भेजा जा सकता है ।
किसी भी बैंक/ऐप के साथ काम करता है।
ZERO चार्ज – पैसा भेजने की सुविधा पर NPCI कोई फीस नहीं लेता।
स्वचलित (AutoPay) – बिल भुगतान होते हैं।
यूपीआई में हालिया गड़बड़ियाँ :
26 मार्च 2025 की समस्या : इस दिन यूपीआई नेटवर्क में भारी व्यवधान आया था, जिससे लाखों उपयोगकर्ताओं को लेन-देन में समस्याओं का सामना करना पड़ा। NPCI ने इसे “आंतरायिक तकनीकी समस्या” बताया था। कई बैंकों के सर्वर ओवरलोड हो गए थे, जिससे Paytm, PhonePe और Google Pay जैसे ऐप्स पर भुगतान फेल हो रहे थे। सेवा को पूरी तरह बहाल होने में 6-8 घंटे लग गए थे।
2 अप्रैल 2025 की समस्या : इस दिन विशेष रूप से फंड ट्रांसफर सेवा प्रभावित हुई थी। उपयोगकर्ताओं ने शिकायत की कि पैसा भेजने के बाद भी लेनदार के खाते में धनराशि नहीं पहुँची। NPCI ने बाद में पुष्टि की कि यह डेटा सिंक्रनाइज़ेशन में गड़बड़ी के कारण हुआ था।
यूपीआई आउटेज संक्षिप्त जानकारी :
26 मार्च 2025 – पूरे भारत में यूपीआई ठप, तकनीकी खराबी का हवाला।
2 अप्रैल 2025 – फंड ट्रांसफर में देरी, डेटा समस्या जिम्मेदार।
2024 के आँकड़े – पिछले साल 12+ बड़े आउटेज दर्ज किए गए।
पिछले कुछ हफ्तों में यूपीआई सिस्टम दूसरी बार बुरी तरह फेल हुआ है। 26 मार्च को हुए UPI सर्विस डाउन ने पूरे देश में डिजिटल भुगतान को ठप कर दिया था, जिसे NPCI ने तकनीकी खामी बताया। इसके ठीक एक सप्ताह बाद 2 अप्रैल को फंड ट्रांसफर में गंभीर समस्याएँ सामने आईं, जहाँ पैसा भेजने के बावजूद रकम नहीं पहुँची। विशेषज्ञों का मानना है कि डिजिटल लेनदेन के बढ़ते दबाव और अपर्याप्त इंफ्रास्ट्रक्चर इन समस्याओं की मुख्य वजह हैं। NPCI के प्रवक्ता ने हालिया घटनाओं पर “हम सिस्टम स्थिरता पर काम कर रहे हैं” का बयान दिया है।
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