वक्फ कानून विवाद : पश्चिम बंगाल में पिता-पुत्र की हत्या
पश्चिम बंगाल में वक्फ कानून विवाद में मुर्शिदाबाद में हिंसा भड़की
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ कानून विवाद ने विकराल रूप धारण कर लिया है। धुलियान इलाके में शनिवार को एक दर्दनाक घटना ने पूरे राज्य को झकझोर दिया, जब भीड़ ने एक पिता-पुत्र की चाकू से बेरहमी से हत्या कर दी। मृतकों की पहचान हरगोविंद दास और उनके बेटे चंदन दास के रूप में हुई है, जो पेशे से मूर्तिकार थे।
घटना के बाद पूरे इलाके में तनाव का माहौल है। ADG (कानून व्यवस्था) जावेद शमीम ने बताया, “अब तक 118 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और लगातार छापेमारी जारी है। यह संख्या बढ़ भी सकती है।”
वक्फ कानून विवाद में क्या बोली ममता बनर्जी बोलीं—”यह कानून केंद्र का, राज्य का नहीं”
वक्फ कानून केंद्र सरकार ने बनाया, राज्य में लागू नहीं होगा।
शांति बनाए रखें, राजनीति के लिए दंगे न भड़काएं
राज्य में शांति भंग करने की कोशिश न करें, यह राजनीतिक साजिश का हिस्सा है।
भाजपा ने ममता सरकार पर साधा निशाना :
नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने इस हिंसा की NIA जांच की मांग की।
बीजेपी राज्य अध्यक्ष सुकांत मजूमदार बोले राज्य की टीएमसी सरकार ने राज्य में कानून व्यवस्था को पूरी तरीके से खो दिया है। टीएमसी सरकार वक्फ बोर्ड के नाम पर वोटबैंक की राजनीति हो रही है। बंगाल अब असुरक्षित होता जा रहा है।”
धार्मिक मुद्दों पर हिंसा रोकने में विफलता दर्शाती है कि प्रशासन निष्क्रिय है।
हिंसा की वजह :
वक्फ (संशोधन) अधिनियम के विरोध में 11 अप्रैल से प्रदर्शन शुरू हुए। जो की मुर्शिदाबाद के सुती और शमशेरगंज में वक्फ संपत्ति के सीमांकन को लेकर भड़क उठा। शुक्रवार को प्रदर्शन उग्र हो गया, जिसमें पत्थरबाज़ी और आगजनी हुई।
ताज़ा हालात क्या हैं?
बीएसएफ की तैनाती की गई है।
इंटरनेट सेवाएं अस्थायी रूप से बंद हैं।
एक नाबालिग को गोली लगी है, उसका इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है।
प्रशासन ने इलाके में धारा 144 लागू कर दी है।
गौरतलब है कि वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ विरोध कोई नई बात नहीं है। पिछले वर्ष भी बीरभूम, मालदा और हावड़ा में इस कानून के खिलाफ प्रदर्शन हुए थे। कई संगठनों ने आरोप लगाया था कि ये मुस्लिमो के हितो के विरोध में है।
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