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ठेकेदारों की जवाबदेही कब होगी, आदित्य ठाकरे का बीएमसी पर हमला

ठेकेदारों की जवाबदेही कब

घटिया सड़क मरम्मत पर सवाल :

शिवसेना (यूबीटी) विधायक आदित्य ठाकरे ने सोमवार को वरली क्षेत्र का दौरा किया। वरली में सड़क की हालत पर आदित्य ठाकरे ने कहा – ठेकेदारों की जवाबदेही कब तय होगी? उन्होंने खराब सड़क निर्माण पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि सड़कें सिर्फ 15 दिन पहले बनीं, फिर भी उनमें दरारें आ गईं। आदित्य ने मानसून से पहले खराब मरम्मत को आपराधिक लापरवाही बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि निर्माण एजेंसियों ने सिर्फ पैसा कमाने के लिए काम शुरू किया। ठाकरे ने कहा कि नागरिकों की जिंदगी खतरे में डाल दी गई है।

  • सड़कों की गुणवत्ता 15 दिन में बिगड़ी
  • मानसून पूर्व मरम्मत में देरी
  • नागरिकों को रोज़ाना हो रही परेशानी

ठेकेदारों की जवाबदेही कब होगी?

ठाकरे का सवाल था – ठेकेदारों की जवाबदेही कब तय की जाएगी और प्रशासन उन पर कार्रवाई कब करेगा?

उन्होंने कहा कि नालों की सफाई नहीं हुई लेकिन खजाना जरूर साफ हो गया। उनके अनुसार, एजेंसी पर करोड़ों खर्च किए गए पर परिणाम शून्य रहा। उन्होंने कहा कि अगर कोई आम नागरिक ऐसा करे तो तुरंत कार्रवाई होती है, पर ठेकेदार बचे रहते हैं। उन्होंने बीएमसी और राज्य सरकार की चुप्पी पर भी सवाल उठाया। ठाकरे ने यह भी कहा कि आने वाले मानसून में यह स्थिति जानलेवा बन सकती है।

  • निर्माण एजेंसियों पर कार्रवाई की मांग
  • बीएमसी की कार्यशैली पर उठाए सवाल
  • जनता को जोखिम में डाला गया

नदी उपेक्षा और पर्यावरणीय चिंता :

पोइसर और मीठी नदी की स्थिति पर ठाकरे ने कहा कि उन्हें पूरी तरह नजरअंदाज किया जा रहा है।

उन्होंने मीडिया को एक तस्वीर भी दिखाई जिसमें पोइसर नदी कचरे से भरी थी। मीठी नदी की सफाई को लेकर भी नाराज़गी जताई गई। आदित्य ठाकरे ने आग्रह किया कि नगर निगम को तुरंत एक आपात बैठक बुलानी चाहिए। उन्होंने कहा कि इन नदियों की सफाई नहीं हुई तो मानसून में पानी भराव से जनजीवन ठप हो जाएगा। यह मुद्दा केवल पर्यावरण का नहीं, जनस्वास्थ्य का भी है।

  • पोइसर नदी में प्लास्टिक और गंदगी
  • मीठी नदी की सफाई लंबित
  • बीएमसी पर पर्यावरणीय लापरवाही का आरोप

चुनाव आयोग पर राहुल गांधी का आरोप :

राहुल गांधी के अमेरिका में दिए गए बयान का भी आदित्य ठाकरे ने समर्थन किया।

गांधी ने बोस्टन में कहा कि महाराष्ट्र में दो घंटे में 65 लाख मतदाता जुड़ना असंभव है। ठाकरे ने कहा कि चुनाव आयोग अब भाजपा कार्यालय की तरह काम कर रहा है। उन्होंने राहुल गांधी के बयान को 100% सही बताया। गांधी ने यह भी दावा किया कि चुनाव आयोग ने शाम 5:30 पर एक आंकड़ा दिया, लेकिन दो घंटे में मतदाताओं की संख्या अचानक बढ़ गई। चुनाव आयोग ने हालांकि इन आरोपों को निराधार बताया है।

राहुल गांधी ने उठाए मतदाता सूची पर सवाल,आदित्य ठाकरे ने उनका समर्थन किया। चुनाव आयोग ने आरोपों को खारिज किया

पिछला संदर्भ और समान घटनाएं :

मुंबई में सड़कों की खराब स्थिति का मुद्दा नया नहीं है। 2018 में भी बारिश से बनी गड्ढों ने कई जानें ली थीं।

उस समय भी सवाल उठा था – ठेकेदारों की जवाबदेही कब तय होगी? लेकिन कार्रवाई शून्य रही। हर साल मानसून से पहले मरम्मत की बात होती है, पर हर साल वही हालात दोहराए जाते हैं। यह केवल एक निर्माण विफलता नहीं, बल्कि एक नीतिगत विफलता भी है।

नेताओं की प्रतिक्रियाएं :

आदित्य ठाकरे (विधायक, शिवसेना यूबीटी): “सड़कें चांद की सतह जैसी लगती हैं, जनता से धोखा हुआ है।”

राहुल गांधी (कांग्रेस सांसद): “चुनाव आयोग भाजपा ऑफिस से चलता है।”

यह सवाल बार-बार उठता है: ठेकेदारों की जवाबदेही कब तय होगी? जब तक इस पर ठोस कार्रवाई नहीं होती, जनता मानसून और भ्रष्टाचार दोनों से जूझती रहेगी।

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