“बहुमुखी अंतरराष्ट्रीय महिला विवाद”तृणमूल कांग्रेस की अंदरूनी कलह

बहुमुखी अंतरराष्ट्रीय महिला विवाद: कल्याण बनर्जी और महुआ मोइत्रा के बीच टकराव
पश्चिम बंगाल : बहुमुखी अंतरराष्ट्रीय महिला विवादविवाद ने तृणमूल कांग्रेस की अंदरूनी कलह को एक बार फिर सार्वजनिक कर दिया है। यह विवाद तब और गहरा गया जब तृणमूल कांग्रेस के दो वरिष्ठ सांसद — कल्याण बनर्जी (लोकसभा सांसद, श्रीरामपुर) और महुआ मोइत्रा (लोकसभा सांसद, कृष्णानगर) — के बीच तीखी बहस की क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। इसके पीछे मुख्य भूमिका निभाई भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने, जिन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर वीडियो के साथ-साथ एक व्हाट्सएप ग्रुप की कथित चैट भी साझा की।
दिल्ली में चुनाव आयोग ऑफिस के बाहर सांसदों के बीच बहस :
यह पूरा विवाद 4 अप्रैल को उस समय सामने आया जब तृणमूल कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल दिल्ली स्थित चुनाव आयोग कार्यालय में एक ज्ञापन सौंपने पहुँचा। उसी दौरान, पार्टी के दो प्रमुख नेता आपस में भिड़ गए। वायरल हुए वीडियो में साफ़ तौर पर देखा जा सकता है कि लोकसभा सांसद कल्याण बनर्जी, बेहद गुस्से में महुआ मोइत्रा पर बरस रहे हैं। उन्होंने यहां तक कह दिया कि, “कह रही हैं, मुझे गिरफ्तार करवा देंगी।”
इस दौरान, स्थिति को संभालने की कोशिश राज्यसभा सांसद डेरेक ओ’ब्रायन ने की। उन्होंने बीच-बचाव करते हुए कहा, “हम सार्वजनिक जगह पर हैं भाई, शांत रहो।” इसके तुरंत बाद एक व्यक्ति की आवाज़ सुनाई देती है जो कहता है, “यह वीडियो लीक हो जाएगा।” इस पर कल्याण बनर्जी बेझिझक जवाब देते हैं, “होने दो, मैं चाहता हूं कि यह मीडिया में जाए।”
व्हाट्सएप चैट लीक: बहुमुखी अंतरराष्ट्रीय महिला पर कटाक्ष
अमित मालवीय ने इसके साथ ही ‘AITC MP 2024’ नाम के एक व्हाट्सएप ग्रुप की कथित बातचीत भी सार्वजनिक की। इन स्क्रीनशॉट्स में कल्याण बनर्जी ने महुआ मोइत्रा पर अप्रत्यक्ष रूप से तंज कसा और उन्हें “बहुमुखी अंतरराष्ट्रीय महिला” कहा।
कल्याण बनर्जी ने लिखा, “उस सज्जन को बधाई, जिन्होंने बहुमुखी अंतरराष्ट्रीय महिला की सुंदर गतिविधियों को उजागर किया।” जवाब में कीर्ति आज़ाद (लोकसभा सांसद, पूर्व क्रिकेटर) ने उन्हें संयम बरतने की सलाह दी – “कल्याण, तुमने बहुत झेला है, लेकिन किशोरों की तरह बर्ताव मत करो।”
इसके जवाब में बनर्जी ने कीर्ति आज़ाद पर भी हमला करते हुए कहा – “मुझे मत सिखाओ, कीर्ति। तुम्हें भाजपा से भी निकाला गया, क्योंकि तुम आंतरिक राजनीति करते हो।”
ममता बनर्जी का हस्तक्षेप :
सूत्रों के अनुसार, तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दोनों सांसदों को निजी तौर पर फटकार लगाई और कहा कि वे विवाद को यहीं समाप्त करें। पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचाना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
वरिष्ठ सांसद सौगत रॉय ने भी कहा, “इस विवाद से हम सभी शर्मिंदा हैं। पार्टी की आंतरिक बातें सार्वजनिक नहीं होनी चाहिए थीं। इस पर उचित कार्रवाई होनी चाहिए।”
बहुमुखी अंतरराष्ट्रीय महिला पर भाजपा का कटाक्ष :
इसके बाद, भारतीय जनता पार्टी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने इस पूरे विवाद को एक नया और रहस्यमय मोड़ दे दिया। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में बार-बार यह सवाल दोहराया कि, “आख़िर यह बहुमुखी अंतरराष्ट्रीय महिला है कौन?” इस तरह की टिप्पणी ने न सिर्फ़ बहस को और गहराया, बल्कि सोशल मीडिया पर भी चर्चाओं को हवा दे दी। देखते ही देखते यह वाक्य ट्रेंड करने लगा और लोग अलग-अलग अनुमान लगाने लगे। नतीजतन, पूरे विवाद में एक दिलचस्प लेकिन विवादास्पद एंगल जुड़ गया, जिसने तृणमूल कांग्रेस की मुश्किलें और बढ़ा दीं।
इस विवाद ने तृणमूल कांग्रेस की आंतरिक राजनीति को जनता के सामने उजागर कर दिया है। लोकसभा चुनाव के नजदीक आते ही यह विवाद पार्टी की रणनीति और छवि दोनों के लिए नुकसानदेह हो सकता है। अब देखना यह है कि ममता बनर्जी इस संकट से पार्टी को कैसे बाहर निकालती हैं।
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